Breaking News : हरियाणा की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमला वर्मा का निधन
पूर्व मंत्री डॉ. वर्मा कुछ समय पहले कोरोना की चपेट में आ गई थी। कोरोना को हराने के बाद उनके शरीर पर सूजन आ गई थी। इसके बाद ब्लैक फंगस की लक्षण पाये गए थे। वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. कमला वर्मा के निधन पर सीएम मनोहर लाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल, पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, विधायक घनश्याम दास अरोड़ा व जिला भाजपा अध्यक्ष राजेश सपरा समेत शहर के गणमान्य ने शोक जताया है।;
हरिभूमि न्यूज. यमुनानगर
हरियाणा सरकार में तीन बार कैबिनेट मंत्री रही और भाजपा की प्रथम प्रदेश अध्यक्ष रही वयोवृद्ध नेता डॉ. कमला वर्मा की मंगलवार शाम साढ़े सात बजे मौत हो गई। वह पिछले करीब दस दिन से जगाधरी के निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के लक्षण पाए जाने पर उपचाराधीन थी। इससे पहले वह कोरोना की चपेट आ गई थी। मगर कोरोना को हराने के बाद उनमें ब्लैक फंगस के लक्षण पाए गए थे।
वयोवृद्ध पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. कमला वर्मा के निधन पर सीएम मनोहर लाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल, पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, विधायक घनश्याम दास अरोड़ा व जिला भाजपा अध्यक्ष राजेश सपरा समेत शहर के गणमान्य ने शोक जताया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री के पार्थिव शरीर को उनके बेटे राजन के निवास स्थान पर जगाधरी के हुड्डा सेक्टर-15 में रखा गया है। बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।भाजपा के जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने बताया कि पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. कमला वर्मा का मंगलवार शाम साढ़े सात बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनका पिछले करीब दस दिन से जगाधरी के निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस की बीमारी का उपचार चल रहा था। उनके शरीर व चेहरे पर सूजन आ जाने से उन्हें अस्पताल में भरती करवाया गया था। मंगलवार को साढ़े सात बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर सुनते ही वह और विधायक घनश्याम दास अरोड़ा समेत तमाम भाजपा के स्थाई नेता व गणमान्य अस्पताल में पहुंचे।
भाजपा की प्रथम प्रदेश अध्यक्ष
पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. कमला वर्मा वर्ष 1977 में पहली बार यमुनानगर विधानसभा से चुनाव जीती और प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री समेत अन्य चार विभागों की कैबिनेट मंत्री रही। वर्ष 1987 में भाजपा की टिकट पर यमुनानगर विधानसभा से दूसरी बार चुनाव जीती और दूसरी बार फिर स्वास्थ्य समेत अन्य चार विभागों की कैबिनेट मंत्री बनी। तीसरी बार वह वर्ष 1996 में यमुनानगर विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव जीतकर स्वास्थ्य समेत अन्य चार विभागों की कैबिनेट मंत्री बनी। वहीं, वर्ष 1980 में भाजपा की स्थापना पर उन्हें पहली बार प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इससे पहले वह पार्टी की ऑल इंडिया वर्किंग कमेटी की सदस्य रही।