जिस थाली में खाया, उसी में किया छेद : अकाउंटेंट समेत चार बिजली कर्मचारियों ने निगम काे लगाया 63 लाख का चूना, ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस ने कार्यकारी अभियंता नीरज कुमार की शिकायत पर निगम के डिविजनल अकाउंटेंट समेत चार कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज कर लिया। मामले का खुलासा पानीपत की सीआईए-टू ने किया है। मामले में जांच की जा रही है।;
हरिभूमि न्यूज. यमुनानगर
बिलासपुर ( यमुनानगर ) में बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता के कार्यालय के डिविजनल अकाउंटेंट समेत चार कर्मचारियों द्वारा फर्जी वाउचर बनाकर 63 लाख रुपये हड़प करने का फर्जीवाड़ा सामने आया है। पुलिस ने कार्यकारी अभियंता नीरज कुमार की शिकायत पर निगम के डिविजनल अकाउंटेंट समेत चार कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज कर लिया। मामले का खुलासा पानीपत की सीआईए-टू ने किया है। मामले में जांच की जा रही है।
बिलासपुर के बिजली बोर्ड़ के कार्यकारी अभियंता नीरज कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कार्यालय में तैनात डिवीजन अकाउंटेंट योगेश लांबा व तीन अन्य कर्मचारी मिलीभगत करके फर्जी वाउचरों के माध्यम से निगम को लाखों रुपये का चुना लगा रहे हैं। इस बात का खुलासा तब हुआ जब इसराना के टैक्सी चालक ने समालखा पुलिस को शिकायत देकर बताया कि कुछ दिन पहले उसे दो व्यक्ति मिले थे। जिन्होंने उसे तीन लाख रुपये का लोन दिलाने की बात कही थी। जिले लेने के लिए उसने हामी भर दी। इसके बाद उसके बैंक खाते में तीन लाख रुपये पहुंच गए।
उसने बैंक में जाकर पता किया तो वह पैसे उसके खाते में यूएचबीवीएन के खाते से आई हुई थी। उसे शक हुआ तो उसने समालखा पुलिस को मामले की शिकायत कर दी। समालखा पुलिस ने गत आठ फरवरी को मामला दर्ज लिया और मामले की जांच सीआईए टू पानीपत को सौंप दी। सीआईए-टू पानीपतन की पुलिस ने डिवीजन अकाउंटेंट योगेश लांबा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामले का खुल्लासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने बिलासपुर के निगम के कार्यकारी अभियंता नीरज कुमार को अवगत करवाया गया। कार्यकारी अभियंता ने तुरंत आरोपितों की शिकायत बिलासपुर पुलिस में दी। पुलिस ने कार्यकारी अभियंता नीरज कुमार की शिकायत पर डिवीजन अकाउंटेंट योगेश लांबा, एलडीसी राघव वधवान, राकेश नंदा व चकरवरतोती शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज कर लिया।
मामले में की जा रही जांच
मामले में जांच कर रहे पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर राकेश सिंह ने बताया कि कार्यकारी अभियंता की शिकायत पर उक्त चारों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले में गंभीरता से जांच की जा रही है।