सीएम फ्लाइंग की जांच में खुलासा : बेटा नकली, मार्कशीट भी फर्जी, फिर भी बनी पेंशन, सात पर मामला दर्ज
सिर्फ पेंशन राशि पाने की चाह में एक के बाद एक करके झूठे दस्तावेजों के सहारे महिला पेंशन लेती रही। इन दस्तावेजों को ऑनलाइन करवाने से लेकर पेंशन तैयार होने तक बीच में जिनका भी किरदार संदिग्ध रहा। इन सभी को आरोपित माना गया है।;
हरिभूमि न्यूज : नारनौल
महेंद्रगढ़ क्षेत्र के गांव खैराली में एक महिला ने फर्जी दस्तावेज लगाकर वृद्धावस्था पेंशन हासिल कर रही थी। इस शिकायत की जांच सीएम फ्लाइंग ने करीब चार माह में पूरी की। जांच में सामने आया है कि महिला ने जिसे अपना बेटा बताकर उसकी जन्मतिथि से जुड़ा शिक्षा प्रमाण पत्र जमा करवाया था। वह शिक्षा प्रमाण पत्र फर्जी मिला। यहीं नहीं, वह बेटा भी उस महिला का नहीं है। सिर्फ पेंशन राशि पाने की चाह में एक के बाद एक करके झूठे दस्तावेजों के सहारे महिला पेंशन लेती रही। इन दस्तावेजों को ऑनलाइन करवाने से लेकर पेंशन तैयार होने तक बीच में जिनका भी किरदार संदिग्ध रहा। इन सभी को आरोपित माना गया है। इस जांच के बाद सीएम फ्लाइंग रेवाड़ी के निरीक्षक सुबेसिंह की शिकायत पर महिला रोशनी देवी, कृष्ण कुमार, तत्कालीन सरपंच ममता देवी, योगेश कुमार, नरेंद्र कुमार, सतीश कुमार और जिला समाज कल्याण अधिकारी अमित शर्मा को आरोपित बनाया गया है। इन पर आईपीसी की धारा 120बी,406,420,467,468,471 के तहत केस दर्ज किया है।
गांव खैराली के रहने वाले ज्ञानचंद ने शिकायत में बताया है कि प्रशासन की मिलीभगत से रोशनी देवी पत्नी कृष्ण कुमार वासी खैरोली ने तारचंद नामक पुत्र का फर्जी शिक्षा प्रमाण पत्र लगाकर वृद्धावस्था पेंशन लेने की जांच की जाए। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि रोशनी देवी ने ताराचंद नामक व्यक्ति को अपना पुत्र दर्शाकर उसका दसवीं कक्षा का फर्जी शिक्षा प्रमाण पत्र लगाकर वृद्धावस्था पेंशन समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलीभगत करके गलत तरीके से मंजूर करवाई और पेंशन प्राप्त कर रही है। करीब चार माह जांच पड़ताल की गई तो कई तथ्य सामने आए।
इस तरह चल जांच और सामने आए यह तथ्य
- -इस संबंध में जिला समाज कल्याण विभाग से पत्राचार करके रोशनी देवी ने जिन दस्तावेजों के आधार पर वृद्धावस्था पेंशन मंजूर की गई, उन दस्तावेजों की प्रतियां 19 दिसंबर 2021 को पत्र क्रमांक 2820 से प्राप्त की गई। जिसमें पाया गया कि रोशनीदेवी की ओर से ताराचंद पुत्र कृष्ण कुमार को अपना पुत्र दर्शाकर उसकी दसवीं कक्षा का शिक्षा प्रमाण पत्र राजकीय हाई स्कूल सेहलंग दशाई गई है। जिसमें जन्मतिथि 20 नवंबर 1976 के आधार पर तथा रोशनी देवी द्वारा स्वयं सत्यापित शपथ पत्र 22 फरवरी 2020 को जो दिया, उसमें दर्शाया है कि उसका पुत्र ताराचंद जन्मतिथि 20 नवंबर 1976 है। जिसका आठवीं कक्षा का प्रमाण पत्र साथ है। मेरी आयु 60 वर्ष पूरी हो चुकी है। जिसके आधार पर रोशनी देवी की वृद्धावस्था पेंशन जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा स्वीकृत करना पाया गया है।
- जांच के दौरान ताराचंद का यह शिक्षा प्रमाण पत्र की सत्यता के लिए राजकीय हाई स्कूल सेहलंग के प्रधानाचार्य से पत्राचार किया गया। उसके जवाब में प्रधानाचार्य ने 28 दिसंबर 2021 को पत्र क्रमांक 278/2021 के अनुसार बताया कि रोलनंबर 571050 पर तारचंद पुत्र कृष्ण कुमार सत्र मार्च-1994 हमारे स्कूल का नियमित दसवीं कक्षा का छात्र नहीं रहा है।
- इसके पश्चात शिक्षा प्रमाण पत्र की सत्यता के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के सचिव से पत्राचार किया गया। वहां से 29 दिसंबर 2021 को जारी किए गए पत्र क्रमांक 246/एएसआई के अनुसार अनुक्रमांक 571050 ताराचंद पुत्र कृष्ण कुमार को सेकेंडरी परीक्षा मार्च-1994 के घोष (गजट) अनुसार जारी नहीं किया गया है। जांच के दौरान ताराचंद नाम का दसवीं कक्षा का शिक्षा प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।
- जांच में यह भी पाया गया कि रोशनी देवी के ताराचंद नाम का कोई पुत्र नहीं है जबकि रोशनी देवी के पुत्र का नाम मुकेश है। जिसकी उम्र 19-20 वर्ष होने की जानकारी उपलब्ध हुई है।
- समाज कल्याण विभाग से प्राप्त वृद्धावस्था सम्मान भत्ता के लिए आवेदन पत्र रोशनीदेवी ने अपनी जन्मतिथि एक जनवरी 1953 (60 वर्ष) दर्शाकर अपने हिन्दी में हस्ताक्षर किए हुए है। जिसको गांव खैरोली की तत्कालीन सरपंच ममता देवी ने तसदीक किया हुआ है। जबकि जांच में रोशनी देवी ने अपने कथन में स्वयं को अनपढ़ बताया है।
- -रोशनी द्वारा वृद्धवस्था पेंशन में प्रस्तुत किए गया राशन कार्ड में पुत्र का नाम मुकेश आयु 15 वर्ष दर्शाई हुई है। इस राशन कार्ड में ताराचंद नाम का कोई व्यक्ति नहीं दर्शाया हुआ है।
- रोशनी देवी की वृद्धावस्था का आवेदन सीएससी नामजद आईडी नंबर से ऑनलाइन अपलोड किया गया है। जिसका संचालक योगेश कुमार वासी राजपुरा है। योगेश के कथन के अनुसार उसने अपनी सीएससी सेंटर का पासवर्ड जानकार नरेंद्र वासी हमीदपुर को बताया हुआ था। रोशनीदेवी का वृद्धावस्था का ऑनलाइन आवेदन नरेंद्र द्वारा ही करना बताया है। जांच के दौरान नरेंद्र के कथन अनुसार पाया गया कि नरेंद्र समक्ष योजना के तहत सक्षम युवा के तौर पर लगा था। ऐसे में समाज कल्याण विभाग नारनौल में कम्प्यूटर ऑपरेटर व फील्ड का कार्य करता था। इस वजह से वृद्धावस्था पेंशन तैयार होने की प्रक्रिया बारे जानकारी रखता था। उसने समाज कल्याण विभाग कार्यालय से मिलीभगत करके आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया की गई।
- जांच के दौरान रोशनीदेवी का बैंक खाता सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक नांगल सिरोही से डिटेल हासिल की गई। उसके अनुसार रोशनी देवी ने 15 जून 2020 से दो जनवरी 2022 तक 44750 रुपये बतौर वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त की है।