गांवों में सफाई के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा, विधायक लीला राम ने सीएम को भेजी शिकायत
मुख्यमंत्री ने इस मामले में विजिलेंस को जांच के आदेश दिए हैं। विधायक ने कहा कि यदि कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे फिर से सीएम से मिलकर जांच की मांग करेंगे।;
हरिभूमि न्यूज. कैथल
खंड कैथल के कई गांवों से भी सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये के बिल पास किए गए जबकि इस बारे न तो सरपंचों को पता है तथा न ही विधायक को। इस कारण एमएलए ने सीएम को शिकायत देकर जांच की मांग की है। बताया जा रहा है कि सीएम मनोहर लाल ने इस मामले की जांच विजिलेंस को सौंप दी है।
एमएलए लीला राम ने कहा कि कई गांवों से सफाई के नाम पर घोटाले की बात सामने आ रही थी। जब उन्होंने कैथल का पता लगवाया तो गांव गुहणा, मानस, सिरटा, पाड़ला, जसवंती, डेरा गदला, खुराना, बलवंती सहित कुल 14 ऐसे गांव पता चले, जहां से ढाई करोड़ रुपए नालियों व खालों की सफाई के नाम पर खर्च हुए बताए गए हैं। कई गांवों के सरपंचों को, एसडीएम को, डी.सी. को और स्वयं उन्हें भी इस बात की जानकारी तक नहीं है। जबकि जनप्रतिनिधि होने के नाते विकास संबंधी इन कार्यों की उन्हें जानकारी होनी चाहिए। बाद में राजनेताओं पर आरोप लगाए जाते हैं इसलिए उन्होंने इस मामले की जानकारी होते ही सीएम से मिलकर जांच की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने इस मामले में विजिलेंस को जांच के आदेश दिए हैं। विधायक ने कहा कि यदि कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे फिर से सीएम से मिलकर जांच की मांग करेंगे। एमएलए लीला राम ने कहा कि इसके अलावा उन्हें पता चला है कि जिला अस्पताल में ठेके पर लगाए जाने वाले कर्मचारियों से 30 हजार से लेकर 75 हजार रुपये तक की रिश्वत राशि वसूली जा रही है। कर्मचारियों को नौकरी लगवाने से पहले ही सौदा किया जा रहा है। उन्होंने सीएमओ व डीसी के संज्ञान में भी यह मामला ला दिया है। महामारी के इस दौर में लोगों की सेवा करने का समय है। कुछ लोग सरकार को बदनाम करते हुए ऐसे कृत्य कर रहे हैं। लेकिन उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। इस अवसर पर पूर्व विधायक फूल सिंह खेड़ी, भाजपा नेता हरपाल शर्मा क्योडक, पी.ए. रामकुमार नैन आदि उपस्थित थे।