गैंगस्टर विक्रम पपला गुर्जर को उम्रकैद की सजा, 6 साल पहले महिला की 23 गोलियां मारकर की थी हत्या
पीड़ित पक्ष के एडवोकेट अजय चौधरी ने बताया कि पपला गुर्जर को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। साथ ही 10 हजार जुर्माना राशि भी देनी होगी। एक दिन पहले ही कोर्ट ने पपला को दोषी करार दिया था।;
हरिभूमि न्यूज : नारनौल
नामी गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को बिमला मर्डर केस में मंगलवार नारनौल कोर्ट ने सजा सुना दी। नारनौल के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुधीर जीवन की कोर्ट ने उसे उम्रकैद व 10 हजार जुर्माना देने की सजा सुनाई है। एक दिन पहले ही कोर्ट ने पपला को दोषी करार दिया था।
जानकारी के मुताबिक गांव खैरोली वासी महिला बिमला की 6 साल पहले पपला गुर्जर ने 23 गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। बिमला की हत्या के मामले में ही वह अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद था और 29 सितंबर को उसे नारनौल की नसीबपुर जेल में शिफ्ट किया गया था। पीड़ित पक्ष के एडवोकेट अजय चौधरी ने बताया कि पपला गुर्जर को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। साथ ही 10 हजार जुर्माना राशि भी देनी होगी।
अजय चौधरी के अनुसार पपला को एफएसएल रिपोर्ट व बिमला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और मौके पर मौजूद बिमला के देवर घुड़ाराम की गवाही के आधार पर दोषी ठहराया गया है। एफएसएल रिपोर्ट में महिला बिमला को 23 गोलियां मारने के साथ ही दो हथियार इस्होतेमाल करने की बात सामने आई थी। 9 एमएम पिस्टल और देसी कट्टे की गोलियां उसके शरीर से निकाली गई थीं।
यह है बिमला मर्डर केस मामला : महेंद्रगढ़ के पास गांव खैरोली वासी घुड़ाराम ने पुलिस को शिकायत दी थी। इसमें घुड़ाराम ने बताया कि साल 2014 में भतीजे संदीप का मर्डर हुआ था। उसमें गांव के कई नामजद शामिल थे। इसी मामले को लेकर 20 अगस्त 2015 को सुबह 11 बजे जब वह और उसकी भाभी बिमला पत्नी स्व. ग्यारसीलाल (संदीप की माता) घर पर थे। उस वक्त गांव के ही कुछ नामजद लोग वहां आए। उन्होंने भाभी बिमला को बेटे संदीप के कत्ल का मुकदमा पर राजीनामा करने को कहा। भाभी ने मना कर दिया। उन्होंने धमकी दी कि राजीनामा नहीं करोंगे तो तुम्हें भी मार देंगे। यह कहकर वह चलते बने। उसके बाद भाभी बिमला सहित परिजन घर के चौक में सोये हुए थे। वह खुद बाहर गेट पर सो रहा था। रात को करीब 12 बजे गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। उसने उठकर देखा मुंह पर कपड़ा बांधे हुए कुछ आदमी हथियार से भाभी बिमला पर अंधाधुन गोली चलाकर भाग गए। भाभी खून से लथपथ पड़ी थी। उसी वक्त पुलिस को सूचना दी। भाभी बिमला का कत्ल करने का आरोप गांव के ही सात नामजद लोगों पर लगाया गया। इसमें विक्रम पपला व विरेंद्र भी शामिल बताए गए थे। आपको बताते चलें कि आरोपित विक्रम पपला वहीं बदमाश है, जिसे महेंद्रगढ़ थाना से उसके साथ अदालत परिसर से छुड़वाकर ले गए थे। बाद में राजस्थान पुलिस ने उसे पकड़ा और बहरोड़ थाना में रखा। बहरोड़ थाना में फायरिंग कर वहां से भी पपला को उसके साथी छुड़वाकर ले गए थे। बाद में राजस्थान पुलिस ने उसे महाराष्ट्र से पकड़ा था। वह अजमेर जेल में बंद था। अभी कुछ दिनों पहले ही उसे नारनौल जेल में शिफ्ट किया था।