गेहूं पर बोनस देने का सरकार का कोई इरादा नहीं, जरूरत पड़ी तो मार्केट से गेहूं खरीदा जाएगा
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा सरकार की नीतियों का ही परिणाम है, जो किसानों को अपनी फसलों का अच्छा भाव दिला रहा है। उन्होंने कहा कि मंडियों में किसानों को सरसों और गेहूं से लेकर कपास तक के अच्छे दाम मिल रहे हैं।;
हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी
प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि मंडियों में किसानों को अपनी फसलों का अच्छा भाव मिल रहा है। इससे किसान खुश नजर आ रहे हैं। अगर सरकार को जरूरत पड़ी तो मार्केट से गेहूं की खरीद की जाएगी। गेहूं पर बोनस देने का सरकार का कोई इरादा नहीं है। यहां अनाज मंडी में फसल खरीद का जायजा लेने आए जेपी दलाल मार्केट कमेटी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस समय मंडियों में फसल बेचने के लिए आने वाले किसान खुश और संतुष्ट नजर आ रहे हैं। सरकार की नीतियों का ही परिणाम है, जो किसानों को अपनी फसलों का अच्छा भाव दिला रहा है। उन्होंने कहा कि मंडियों में किसानों को सरसों और गेहूं से लेकर कपास तक के अच्छे दाम मिल रहे हैं। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। एक सवाल के जवाब में कृषि मंत्री ने कहा कि इस समय सरकारी गोदामों में गेहूं की कोई कमी नहीं है। अगर जरूरत पड़ेगी तो सरकार ओपन मार्केट से गेहूं की खरीद कर लेगी।
इस मौके पर अनाज मंडी के प्रधान राधेश्याम मित्तल व मार्केट कमेटी के अधिकारी भी मौजूद थे। इससे पूर्व मार्केट कमेटी कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक में कृषि मंत्री ने निर्देश दिए कि किसानों को मंडी में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए।