हरियाणा में 54 हजार ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करेगी सरकार, किसानों काे जमा करवाने होंगे इतने रुपये
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि बिजली निगम द्वारा बड़े कारखानों, मॉल जैसे बड़े प्रतिष्ठानों पर प्रदेशभर में की गई छापेमारी के बाद लाइन लॉस कम हुआ है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहत्तर बिजली की आपूर्ति की जा रही है।;
हरियाणा के बिजली एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह ( Minister Ranjit Singh ) ने कहा कि बिजली निगम द्वारा बड़े कारखानों, मॉल जैसे बड़े प्रतिष्ठानों पर प्रदेशभर में की गई छापेमारी के बाद लाइन लॉस कम हुआ है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहत्तर बिजली की आपूर्ति की जा रही है। बिजली मंत्री रविवार को अम्बाला जिला के शहजादपुर में किसान मजूदर संगठन हरियाणा के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में किसानों के साथ सीधा संवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे।
मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि हरियाणा की बिजली वितरण निगम कंपनियां उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ( UHBVN ) तथा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ( DHBVN ) 3 साल पहले 15 और 17 वे नंबर पर थी जोकि अब देश में 5 वे नंबर पर आ चुकी हैं। जून 2022 तक किसानों को 54 हजार ट्यूबवेल कनेक्शन ( TubeWellconnection ) जारी किए जाएंगे तथा शेष ट्यूबवेल कनेक्शन अगले 6 महीने में दिए जाएंगे।
1 जनवरी 2014 से 31 दिसंबर 2018 तक ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन करने वाले वे लोग, जिनके पहले व दूसरे चरण के दौरान किसी कारण से कनेक्शन जारी नहीं किया जा सका। ऐसे लोगों को 16 मार्च से अगले तीन माह के लिए एक और मौका दिया जा रहा है। इस तीन माह के भीतर इन लोगों को 30 हजार रुपये की सहमति राशि जमा करवानी होगी और उसके बाद इनको ट्यूबवेल कनेक्शन देने पर विचार किया जाएगा। सहमति राशि को बुनियादी ढांचे की लागत में समायोजित किया जाएगा।
सोलर पंप पर 75 प्रतिशत की सब्सिडी
मंत्री ने कहा कि सोलर पंप ( Solar pump ) पर केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा 75 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। किसान को केवल 25 प्रतिशत राशि ही देनी होगी। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का रोड मैप तैयार किया गया है। इसके पहले चरण में 50 हजार सोलर पंप सेट लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
रणजीत सिंह ने कहा कि म्हारा गांव जगमग गांव योजना के तहत प्रदेश के 5569 गांवों में 24 घण्टे बिजली आपूर्ति सम्भव हुई है। शेष गांवों में वित वर्ष 2022-23 में 24 घण्टें बिजली उपलब्ध करवाने का लक्ष्य है। बिजली उपभोक्ता नियमित रूप से बिजली के बिल भरें और बिजली निगम का सहयोग करें। उन्होंने बताया कि लाइन लोस घटकर 33 से 14 प्रतिशत तक पहुंच गया है।