गुरनाम सिंह चढूनी काे संयुक्त किसान मोर्चा ने किया सस्पेंड

सात दिनों तक चढूनी पर रहेगी संयुक्त किसान मोर्चा के मंच का इस्तेमाल करने की मनाही, ना ही दे सकेंगे कोई ब्यान।;

Update: 2021-07-14 14:04 GMT

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी को आंदोलन से सस्पेंड कर दिया है। मोर्चा की जनरल बाडी मीटिंग में यह फैसला लिया गया है। मना करने के बावजूद राजनीतिक बयानबाजी करने पर यह कार्रवाई की गई है। फैसले के अनुसार फिलहाल सात दिन तक चढ़ूनी मोर्चा का मंच इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे और न ही कोई बयान दे सकते हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलबीर सिंह राजेवाल की अध्यक्षता में बुधवार को मोर्चा की जनरल बाडी की बैठक हुई थी। बैठक की जानकारी देते हुए राजेवाल ने बताया कि पंजाब की विभिन्न जत्थेबंदियों के साथ-साथ आंदोलन में शामिल अन्य जत्थेबंदियों ने भी चढ़ूनी के खिलाफ शिकायत दी थी। चढ़ूनी पिछले कुछ दिनों से मिशन पंजाब को लेकर आंदोलन में शामिल पंजाब के जत्थेबंदियों को वहां चुनाव लड़ने के लिए उकसा रहे थे। मना करने के बावजूद उन्होंने बात नहीं मानी और लगातार चुनाव लड़ने को लेकर व राजनीतिक बयानबाजी कर रहे थे। इसे देखते हुए सर्वसम्मति से निर्णय लेकर उन्हें सात दिन के लिए सस्पेंड किया गया है। राजेवाल ने कहा कि हमलोग मोर्चा लड़ने आए हैं, चुनाव नहीं। इसके अलावा उन्होंने सिरसा में दो आंदोलनकारियों पर दर्ज किए गए देशद्रोह के मुकदमे वापस लेने की मांग की है। इस मौके पर उनके साथ प्रेम सिंह भंगू, युद्धवीर सिंह, जोगेंद्र नैन आदि भी मौजूद थे।

संसद मार्च की तैयारियां हुई पूरी, 200 आंदोलनकारी जाएंगें संसद भवन

राजेवाल ने कहा कि संसद के मानसून सत्र के दौरान 22 जुलाई से नौ अगस्त तक प्रतिदिन 200 आंदोलनकारी संसद भवन जाएंगे। संसद भवन जाने वाले सभी लोगों की सूची तैयार की जाएगी और उनके पास पहचान पत्र होंगे। जाने वाले सभी 200 लोगों की सूची मोर्चा के पास होगी। इसके अतिरिक्त जो भी लोग भवन पर प्रदर्शन करेंगे या आंदोलन के नाम पर दिल्ली जाएंगे, उनसे मोर्चा का कोई वास्ता नहीं होगा। उन्होंने बताया कि 26 जुलाई को आंदोलन के आठ माह पूरे होने और 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर संसद पर धरना देने के लिए महिलाओं के जत्थे जाएंगे।

मुजफ्फरनगर में महापंचायत पांच सितंबर को

संयुक्त मोर्चा की बैठक में आंदोलन को तेज करने के साथ मिशन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को लेकर भी कई निर्णय लिए गए। पत्रकारों से बात करते हुए बलबीर राजेवाल ने बताया कि 25 अगस्त तक दोनों प्रदेशों के सभी जिलों में बैठकें की जाएंगी। इसके बाद पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में देशभर की महापंचायत का आयोजन होगा। इसके बाद अक्टूबर और नवंबर में उत्तर प्रदेश के सभी 17 डिविजन और उत्तराखंड के दो डिविजन में महापंचायत का आयोजन होगा।

Tags:    

Similar News