हांसी छावनी में तब्दील : किसानों का लघुसचिवालय के सामने धरना शुरू, राकेश टिकैत भी पहुंचे
किसान नेता दोपहर 11 बजे हांसी के लघु सचिवालय की ओर पहुंचना शुरू हो गए थे। इस दौरान पुलिस की ओर से उन्हें सख्त हिदायत दी गई है कि वो एसपी कार्यालय से 300 मीटर दूर अपने वाहनों को खड़ा कर पैदल लघु सचिवालय के सामने अपना शांतिपूर्वक धरना दे सकते हैं। परंतु लघु सचिवालय में किसी को भी घुसने की इजाजत नहीं है। साथ ही पुलिस की ओर से वकीलों के अलावा कोर्ट में जाने वाले व्यक्तियों की भी इंट्री बेन कर दी है।;
हरिभूमि न्यूज, हांसी
किसानों द्वारा एसपी कार्यालय के घेराव के ऐलान के बाद सोमवार सुबह से ही हांसी एसपी कार्यालय को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। किसानों ने लघुसचिवालय के सामने ही धरना शुरू कर दिया। राकेश टिकैत व संयुक्त किसान मोर्चा के कई नेता किसानों के धरने पर पहुंचे हैं।
एसपी कार्यालय की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर बेरिकेटिंग कर भारी पुलिस बल तैनात किया गया हैं। आईजी राकेश कुमार ने भी सुबह-सुबह हांसी पहुंचकर सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया। सुरक्षा के लिहाज से 2 एएसपी, 7 डीएसपी, पैरामिलिट्री फोर्स की 2 कंपनियां व चार जिलों की पुलिस तैनात की गई है। लघु सचिवालय के सामने से गुजरने वाले पुराने नेशनल हाईवे की दोनों ओर बैरीगेटिंग लगाकर उसे पूरी तरह से ब्लॉक किया गया है। साथ ही इस रूट को सेक्टर पांच की ओर से डायवर्ट कर दिया गया।
किसान नेता दोपहर 11 बजे हांसी के लघु सचिवालय की ओर पहुंचना शुरू हो गए। इस दौरान पुलिस की ओर से उन्हें सख्त हिदायत दी गई है कि वो एसपी कार्यालय से 300 मीटर दूर अपने वाहनों को खड़ा कर पैदल लघु सचिवालय के सामने अपना शांतिपूर्वक धरना दे सकते हैं। परंतु लघु सचिवालय में किसी को भी घुसने की इजाजत नहीं है। साथ ही पुलिस की ओर से वकीलों के अलावा कोर्ट में जाने वाले व्यक्तियों की भी इंट्री बेन कर दी है। पुलिस की ओर से भी किसानों के लिए सेक्टर 5 में वाहन खड़े करने की इजाजत दी गई है। पुलिस की ओर से हांसी की तरफ आने वाले सभी मुख्य रास्तों काली देवी चौक, जींद चौंक, दिल्ली बाईपास चौक, बरवाला रोड़ व हिसार रोड़ पर बेरिगेटिंग कर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
बता दें कि पांच नवंबर को राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा कस्बे में जांगड़ा धर्मशाला की नींव रखने के लिए पहुंचे थे। उस दौरान एक किसान को चोट लग गई थी और पुलिस ने तीन नामजद सहित 60 अन्य किसानों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। उसके तुरंत बाद किसानों ने थाने का घेराव कर थाने में ही धरना शुरू कर दिया था। किसानों की मांग है कि सांसद रामचंद्र जांगड़ा तथा उनके निजी सचिव पर मामला दर्ज किया जाए और आंदोलनकारियों पर दर्ज मामले वापस लिए जाएं। इसको लेकर शनिवार रात ाी किसानों व पुलिस प्रशासन की पहले दौर की बातचीत हुई थी लेकिन सिरे नहीं चढ़ पाई।
हांसी : एसपी कार्यालय के बाहर तैनात पुलिस फोर्स।