हरियाणा विधानसभा बजट सत्र : माफी मांगने पर कांग्रेस विधायक कादियान का निलंबन रद्द, सीएम ने विपक्ष को दिया हर बात का जवाब

मुख्यमंत्री ने हंगामे शोरगुल और तीखी बहस के बीच में सुझाव दिया कि सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए रोका जाए और सभी को चेंबर में स्पीकर बातचीत करें। इस पर सदन की कार्यवाही हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने 30 मिनट के लिए रोक दिया, बाद में कादियान की वापसी का फैसला लिया गया।;

Update: 2022-03-07 13:10 GMT

योगेंद्र शर्मा. चंडीगढ़

हरियाणा विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही के चौथे दिन सदन में कांग्रेसी विधायक डा. सतबीर कादियान पर पूरे सत्र के लिए निलंबन की कार्रवाई को वापस लेने की मांग उठाते हुए नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा विधानसभा स्पीकर से तुरंत विधायक कादियान को अंदर बुलाने और कार्रवाई वापस लेने की मांग की। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अपील को लेकर भी विधानसभा स्पीकर सख्त नजर आए और कहा कि सदन से माफी मांगने का खेद व्यक्त करने तक उनकी वापसी नहीं होगी। एक घंटा प्रश्नकाल के बाद इस विषय को लेकर खींचतान व शोरगुल के कारण आधे घंटे से भी ज्यादा व्यवधान पड़ा रहा।

इस बीच मुख्यमंत्री ने हंगामे शोरगुल और तीखी बहस के बीच में सुझाव दिया कि सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए रोका जाए और सभी को चेंबर में स्पीकर बातचीत करें। इस पर सदन की कार्यवाही हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने 30 मिनट के लिए रोक दिया, बाद में कादियान की वापसी का फैसला लिया गया। बाद में राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर सत्तापक्ष के विधायकों ने तारीफ के कसीदे पढ़े, तो विपक्षी विधायक हमले बोलने में पीछे नहीं रहे। सदन के नेता और मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने शायराना अंदाज में विपक्ष को हर विषय पर जवाब दिया, भले ही आंगबनाडी वर्कर हों या फिर कोई अन्य मुद्दा उन्होंने बताया कि सभी राज्यों से ज्यादा पैसा हरियाणा दे रहा है। लेकिन कुछ ताकतें, लाल झंडे सहित उनको सड़कों पर लाने का काम कर रहीं हैं।

सीएम ने शिक्षा, स्वास्थ्य कानून व्यवस्था, भर्ती से लेकर यूक्रेन से लाए जा रहे भारतीय युवकों के बारे में भी विस्तार से सदन को अवगत कराया। कुल मिलाकर बजट आने से ठीक एक दिन पहले राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस और जवाब का दौर समाप्त हुआ। इसके अलावा शाम के वक्त पात्रता परीक्षा पारित कर दिए जाने के बाद भी युवाओं को रोजगार नहीं मिलने पर ध्यानाकर्षण लगाया गया था, जिस पर विस्तार से शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने अपना जवाब दिया। कुल मिलाकर शायराना अंदाज में मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर जमकर तंज किए और भाषण की शुरुआत करते ही साफ कर दिया कि उन्हें यह भी पता है कि विपक्ष रटी रटाई बातें करेगा। जिस पर विपक्ष की ओर से नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, गीता भुक्कल, आफताब अहमद, बीबी बतरा आदि ने सीएम के भाषण के दौरान कईं बार चुटकी ली। जब सीएम ने विपक्षी नेताओं की अकड़ की बात कही, तो हुड्डा ने भी पलटवार किया व कहा कि सत्तापक्ष भी अक्ल रखे।

हरियाणा विधानसभा बजट-सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही सुबह 11 बजे प्रश्नकाल के साथ शुरू हुई। प्रश्नकाल में मामूली बहस नोकझोंक का दौर चला। मंत्रियों ने प्रश्न के उत्तर दिए। बाद में कादियान के निलंबन पर शोरगुल व हंगामा मच गया। स्पीकर राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जिक्र कर रहे थे। विधानसभा सदन में आधा घंटा सदन की कार्यवाही रोक देने के बाद दोपहर 1 बजे दोबारा शुरुआत हुई। सदन के नेता और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ-साथ नेता विपक्ष वह पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कार्यवाही शुरू होते ही दोबारा विधानसभा स्पीकर से रघुवीर कादियान पर की कार्यवाही को वापस लेने की अपील की। इस पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने सुरक्षाकर्मियों अधिकारियों को रघुवीर कादियान को अंदर बुलाने कस विषय पर हरियाणा विधानसभा संसदीय कार्य मंत्री कंवर पाल गुर्जर से प्रस्ताव रखने और कार्रवाई शुरू करने के लिए कहा। सभी के कहने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ रघुवीर कादियान को अंदर बुलाया गया।

अंदर आने के बाद रघुवीर कादियान ने कहा कि उन्होंने बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने का आग्रह किया था, मैं पुराना अनुभवी सदस्य होने के नाते सभी बातें समझता हूं, इसलिए मेरे बिल फाड़ने से अगर कोई आहत हुआ है, तो मैं पूरे घटनाक्रम पर खेद व्यक्त करता हूं। डाक्टर सतबीर कादियान ने पूरे सदन से माफी मांगी और सभी का उनका निलंबन रद्द करने पर आभार जताया। जिसके बाद में हरियाणा विधानसभा संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने उनका निलंबन समाप्त करने की अपील की। जिसके बाद में हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता नए डॉक्टर रघुवीर कादियान पर की कार्रवाई को वापस लेने और निलंबन रद्द करने की घोषणा की। डॉक्टर रघुवीर कादियान का निलंबन रद्द होने के बाद कांग्रेसी विधायकों ने बीते शुक्रवार को की गई कार्रवाई के कारण हंगामा शोरगुल के बीच राज्यपाल के अभिभाषण पर वे लोग अपनी बात नहीं रख पाए थे और सदन से वाकआउट कर गए थे। जिस पर हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ने उनका आग्रह मानते हुए सोमवार को हरियाणा विधानसभा क्षेत्र का वक्त 1 घंटे के लिए बढ़ा दिया।

दोपहर 1:30 बजे एक बार फिर सदन की कार्यवाही दोपहर भोजन के लिए 45 मिनट तक रोकी गई। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष की ओर से सोमवार को एक बार फिर भाजपा विधायकों ने इसकी तारीफ की और हरियाणा सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को लेकर भूरी-भूरी प्रशंसा की। इस दौरान बिजली मंत्री रणजीत चौटाला भी पूरे मामले में सुझाव देने के लिए खड़े हुए लेकिन शोरगुल के बीच कई बार उठने के बाद ही उन्हें मौका नहीं मिला। रामकुमार गौतम जननायक जनता पार्टी ने भी कादियान पर की कार्रवाई को वापस लेने की बात कहते हुए स्लोगन- क्षमा बड़न को चाहिए छोटन को उत्पात...... इस पर भाजपा की ओर से शोरगुल हुआ और स्पीकर ने कहा कि वे छोटे नहीं डा. कादियान पुराने अनुभवी और बुजुर्ग व्यक्ति हैं। सदन में इस बात पर भी काफी देर तक बहस हुई थी, कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान ने बिल की कॉपी मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा आप सभी लोग अपना धर्म बदल लो, कहने के पहले फाड़ी बाद में इसको लेकर भी बहस हुई। लेकिन मुख्यमंत्री के कहने के बावजूद स्पीकर ने साफ कर दिया कि कांग्रेस विधायक द्वारा इस तरह से कांग्रेस विधायक द्वारा बिल फाड़ डालना कतई उचित नहीं है। कुल मिलाकर कार्य उनकी माफी के बाद पूरा विवाद शांत हो गया।

स्पीकर ने पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा के वक्त की याद दिलाई

सदन में पूर्व स्पीकर द्वारा कांग्रेस शासनकाल में की गई कार्रवाई का हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने तारीख का उल्लेख करते हुए जिक्र किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से कांग्रेस शासनकाल के दौरान विपक्ष के विधायकों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जाता था। मुद्दे पर कांग्रेस की बेंच पर बैठे विधायक भी मंद मंद मुस्कुराते रहें और सत्तापक्ष की ओर से विधायक महिपाल पानीपत असीम गोयल अंबाला के साथ साथ संजय सिंह कांग्रेस विधायकों पर तंज करते रहे। विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने 25 फरवरी 2014 के तत्कालीन स्पीकर कुलदीप शर्मा के फैसले को पढ़कर सुनाया। जिसमें दर्जन भर विधायकों जैसे कृष्ण पंवार, बिसंभर सैनी, नसीम अहमद, रामपाल माजरा, इलियास अहमद, धर्मपाल, हरिचंद मिड्ढा इलियास सहित कॉफी विधायकों को पूरे सत्र के लिए सदन से बाहर कर दिया गया था।

गुप्ता ने नेता विपक्ष से पूछा कि अगर वे चाहें तो उनके कार्यकाल में स्पीकर द्वारा विपक्ष के साथ किए जा रहे दमनकारी फैसलों को पढ़कर सुना देते हैं। जिस पर नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कागज फाड़ ने की घटना की निंदा की और कहा कि वह इस प्रकार के कदमों का समर्थन नहीं करते। प्रश्नकाल में हरियाणा विधानसभा के अंदर सोमवार को कांग्रेसी विधायक आफताब अहमद ने भूजल को लेकर सवाल उठाए और बताया कि उनके इलाकों के गांवों में खारा पानी होने के कारण काफी समस्या है। इसके अलावा घनश्यामदास अरोड़ा ने यमुनानगर प्लाई बोर्ड उद्योग को लेकर सवाल किया मुलाना अंबाला के विधायक वरुण चौधरी इसके अलावा अमरजीत सिंह ढांडा, लक्ष्मण नापा धर्मपाल गोंदर., अभय सिंह यादव, मोहम्मद इलियास और राव दान सिंह भारत भूषण बतरा, विनोद भयाना, जगदीश नायर, सीताराम यादव मोहनलाल बडोली सुरेंद्र कुमार, शमशेर गोगी, राम कुमार, गौतम राकेश दौलताबाद ने अपने अपने इलाकों को लेकर सवाल खड़े किए।

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