हरियाणा बजट : हर क्षेत्र के लोगों को कुछ न कुछ उम्मीदें, शिक्षा और खेती को दें तवज्जो
शिक्षा का क्षेत्र हो या कृषि सभी से जुड़े हुए लोगों का बजट से आस है। शिक्षा क्षेत्र का बजट बढ़ाने और गांवों की ओर ध्यान देने की बात सामने आई है। वहीं किसान ने ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बजट में विशेष प्रावधान करने की उम्मीद जताई है।;
हरिभूमि न्यूज : रोहतक
बजट सत्र चल रहा है। अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े लोगों को सरकार से कुद न कुछ उम्मीदें जरूर हैं। शिक्षा का क्षेत्र हो या कृषि सभी से जुड़े हुए लोगों का बजट से आस है। शिक्षा क्षेत्र का बजट बढ़ाने और गांवों की ओर ध्यान देने की बात सामने आई है। वहीं किसान ने ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बजट में विशेष प्रावधान करने की उम्मीद जताई है। दूसरी और अंतोद्य योजना को और ज्यादा व्यापक स्तर पर चलाने की आस भी है। बजट से उम्मीद को लेकर कुछ लोगों ने उम्मीद बताई। शिक्षा के क्षेत्र में सरकार पहले ही अच्छा काम कर रही है। स्किल डेवलपमेंट सरकार की बेहतर योजना है।
योजना के तहत युवा स्किल भी हो रहे हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार बजट में इस योजना को और व्यापक करने के लिए विशेष रूप से ध्यान देगी। दूसरी ओर सरकार ने खेलों को लेकर भी कई योजनाएं चलाई हैं। गांवों में स्टेडियम बने हुए हैं, खेलो इंडिया जैसी योजनाएं भी हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार गांवों में खेलों को और बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रयास करेगी। उम्मीद है कि सरकार बजट में खिलाड़ी को प्रैक्टिस के दौरान ही सभी तरह की सुविधाएं और आर्थिक सहायता बढ़ाने के लिए विशेष प्रावधान करेगी। वैसे तो हर बार बजट अच्छा होता है, लेकिन इस बार सरकार शिक्षा का बजट जितना हो सके बढ़ाए। खाली पदों को भरे, गांवों में विज्ञान के शिक्षक भी रखे। सरकारी स्कूलों में ट्रांसपोर्ट सुविधा देने का सरकार का फैसला सराहनीय है। इससे स्कूलों का स्तर तो सुधरेगा ही साथ ही शिक्षा दर बढ़ेगी। - रमेश अहलावत, कला अध्यापक, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, किलोई।
सरकार खेती और किसानों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। डीएपी पर सब्सिडी भी दी जा रही है। अन्य कृषि यंत्रों पर भी सब्सिडी दी जा रही है। सरकार ने ऑर्गेनिक खेती के लिए भी योजना तैयार की है। जिस तरह सरकार रसायनिक खेती के लिए यंत्रों और डीएपी आदि पर सब्सिडी दे रही है, हमें उम्मीद है कि इस बजट में सरकार ऑर्गेनिक खेती के लिए भी सब्सिडी की घोषणा करेगी। पहले खाद, फिर यूरिया और अब डीएपी का प्रयोग किसान कर रहे हैं, एक बार तो पैदावार ज्यादा हो जाती है, लेकिन बाद में ये रसायन असर करना बंद कर देते हैं। जितनी पैदावार किसानों सोचते हैं, उतनी नहीं हो पाती। ऑर्गेनिक खेती के लिए किसान को रॉकफास्फेट खरीदना होता है। यह खाद तैयार करने के लिए मशीन आती है, सरकार बजट में इस मशीन पर भी सब्सिडी देने की घोषणा करे। सरकार ने पराली से खाद बनाने की योजना पर अच्छे तरीके से काम किया है। - राम सिंह, गांव आंवल
सरकार अंत्योदय पर पहले ही बहुत काम कर रही है। हर स्तर पर अलग-अलग तरीके से रोजगार पहुंचाया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि बजट में सरकार स्लम एरिया में रहने वाले लोगों को और ज्यादा रोजगार के अवसर देने के लिए घोषणा करेगी। झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं और दिहाड़ी मजदूरी करते हैं, रोजगार के और अवसर मिलें तो ये खुद का मकान बना सकते हैं। दूसरी ओर सरकार से उम्मीद है कि ऐसे लोगों को मकान बनाने के लिए सामान उपलब्ध करवाया जाए और रोजाना इन्हें दिहाड़ी देकर इन्हीं से मकान बनवाया जाए, मकान बनने के बाद इनके नाम कर दिया जाए। इससे इनको रोजगार मिलेगा। पैसे आएंगे तो ये अपने बच्चों को पढ़ाएंगे।- एकता मिगलानी, सदस्य वाओ क्लब