Haryana Budget Session : विधानसभा में धर्म परिवर्तन बिल पर हंगामा, विधायक रघुबीर कादियान को निष्काषित करने पर कांग्रेस का वॉकआउट

हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन शुक्रवार की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रघुवीर कादियान द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन के विरोध में लाया जा रहा विधेयक फाड़ दिया। इसके तुरंत बाद में विधानसभा अध्य़क्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने उनके इस व्यवहार को सदन की मर्यादा के विपरीत बताते हुए, उन्हें बजट सत्र से निलंबित कर दिया।;

Update: 2022-03-04 09:51 GMT

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन शुक्रवार की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रघुवीर कादियान द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन के विरोध में लाया जा रहा विधेयक फाड़ दिया। इसके तुरंत बाद में विधानसभा अध्य़क्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने उनके इस व्यवहार को सदन की मर्यादा के विपरीत बताते हुए, उन्हें बजट सत्र से निलंबित कर दिया। इसके बाद में कांग्रेसी विधायकों की ओर से वैल में पहुंचकर सदन में जमकर हंगामा, नारेबाजी, शोरगुल किया। कांग्रेसी विधायकों ने इस कार्रवाई को नियम विरुद्ध बताया व तुरंत ही वापस लेने की मांग की साथ ही एक बार वॉकआउट किया। कादियान के निलंबन के विरोध में हंगामे, शोरगुल नारेबाजी के कारण एक घंटे से ज्यादा वक्त तक सदन की कार्यवाही बाधित रही।

शुक्रवार को स्पीकर ने सभी की सहमति के बाद में डबल सीटिंग कर दी गई। सुबह एक घंटा चले प्रश्नकाल के दौरान विधायकों ने अपने अपने इलाकों की समस्याएं उठाईं। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, जलभराव, फसल खराबा, सड़कों, बिजली पानी जैसे विषय़ छाए रहे, विभागीय मंत्रियों ने विधायकों को उनके इलाके के काम करने को लेकर आश्वस्त किया। दूसरे चऱण की कार्यवाही में कांग्रेस के विधायक अंदर आए, साथ ही डा. रघुबीर कादियान का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर दूसरी बार हंगामा, शोरगुल किया लेकिन खेद व्यक्त करने, माफी मांगने तक कार्रवाई वापस लेने से इनकार कर दिया। शोरगुल और हंगामे के सत्तापक्ष औऱ विपक्षी विधायकों में खासी तू-तू, मैं-मैं हुई, यहां तक की विपक्ष की ओर से सीएम मनोहरलाल की कुछ टिप्पणियों को लेकर आपत्ति उठाई गई। इस पर सीएम ने खड़े होकर अपने शब्द वापस ले लिए।

प्रश्नकाल और शून्यकाल समाप्त होने के तुरंत बाद में गृहमंत्री अनिल विज ने खड़े होकर हरियाणा विधि विरुद्ध धर्मपरिवर्तन निवारण विधेयक 2022 प्रस्तुत किया। इसमें मिथ्या निरूपण, बल प्रयोग, धमकी, अनुचित प्रभाव, प्रपीडन, प्रलोभन या किन्हीं कपटपूर्ण साधनों द्वारा या विवाह द्वारा या विवाह के लिए एक धर्म से दूसरे धर्म में विधि विरुद्ध परिवर्तन के निवारण के लिए तथा इससे संबंधित या इसके अनुषांगिक मामलों हेतु उपलब्ध करने के लिए विधेयक लाते ही, इस पर कांग्रेस की ओर से आपत्ति उठाते हुए बीबी बतरा, आफताब अहमद, रघुबीर कादियान ने इसको गौर जरूरी बताया व आपत्ति करते हुए इसे टालने की मांग की। स्पीकर बार-बार समझाते रहे लेकिन कांग्रेस की ओर से हंगामा, शोरगुल खड़़ा कर दिया गया। शोरगुल व हंगामे के बीच जैसे ही बिल रघुबीर कादियान के पास में पहुंचा, उन्होंने इसकी प्रति फाड़ दी, उस वक्त तक स्पीकर इस बारे में सदन की कार्यवाही को काफी आगे बढ़ा चुके थे, बिल फाड़ते ही विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता नाराज हो गए, उन्होंने बार-बार कादियान को नसीहत देते हुए कहा कि इतने वरिष्ठ सदस्य होने के बावजूद उन्होंने सदन की मर्यादा को भंग किया और बिल को फाड़ दिया, इसीलिए वे या तो माफी मांग ले या फिर पूरे बजट सत्र के लिए उनको निलंबित किया जाता है। सदन की कार्यवाही में काफी देर तक व्यवधान पड़ा रहा लेकिन कादियान माफी मांगने, खेद जताने को तैयार नहीं थे, उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि यह कागज का टुकड़ा मात्र है। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के साथ में कादियान व बाकी सदस्यों की जमकर बहस हुई। कादियान बाहर जाने को भी तैयार नहीं थे, जिस पर स्पीकर ने मार्शल बुला लिए।

संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल गुर्जर ने इसका प्रस्ताव रखा, और स्पीकर ने उनको निलंबित कर दिया। हंगामे, शोहगुल नारेबाजी तानाशाही नहीं चलेगी के बीच सत्तापक्ष की ओर से भी असीम गोयल और महिपाल ढांडा सहित कईं विधायकों ने नारे लगाए। इस दौरान कादियान ने यहां तक बोल दिया कि एक माह के बाद में फिर से तुम्हारी छाती पर दाल दलूंगा, इस पर गृहमंत्री विज नाराज हुए व निलंबित कादियान को बाहर निकालने की अपील स्पीकर से की। सदन में हंगामा खड़ा हो गया और सभी मार्शलों ने कादियान को घेर लिया, इस बीच शुकंतला खटक, कुलदीप वत्स, राव चिरंजीव, आफताब, जगबीर मलिक आगे अड़ गए। काफी देर के बाद में सभी विधायक वाकआउट कर सदन के बाहर चले गए। दोपहर डेढ़ बजे के करीब दोपहर भोजन के लिए अवकाश हुआ और दो बज के बाद में कार्यवाही की दोबारा से शुरुआत हुई। इस दौरान भी अंदर पहुंचे कांग्रेसी विधायकों ने पहुंचते ही हंगामा, नारेबाजी, स्पीकर की चेयर के सामने पहुंचकर विरोध जताया लेकिन बिना खेद व माफी के कार्रवाई वापस लेने को सदन तैयार नहीं हुआ। दूसरी तरफ कांग्रेसियों पर आप सभी भी धर्म परिवर्तन कर लो वापस लेते हुए सीएम ने खेद जताया साथ ही इस बिल के बारे में सदन को बताने की कोशिश की व कहा कि इसमें किसी भी जाति धर्म का कोई जिक्र तक नहीं है, फिर हंगामा क्यों खड़ा किया जा रहा है । बहरहाल, यह बिल सदन में प्रस्तुत कर दिया गया, जिसको सोमवार को पारित किया जाएगा।

जजपा विधायक नैना चौटाला ने सरकार की प्रशंसा की

सदन में शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर दूसरी मीटिंग के दौरान चर्चा हुई। इस दौरान जजपा की विधायक नैना चौटाला ने सरकार की भूरि-भूरि प्रशंसा की व कहा कि राज्य की मनोहरलाल सरकार हर वर्ग के कल्याण, सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर बढ़िया काम कर रही है। उन्होंने एक बार तुलसीदास को दोहा सुनाया, तो कुछ अन्य लाइनों के माध्यम से इशारों ही इशारों पर विधायक अभय चौटाला पर अप्रत्यक्ष तौर से हमला बोला। दूसरी तरफ इनेलो विधायक अभय चौटाला ने जब अपनी बात रखी, तो एलनाबाद उपचुनाव में सरकार की भूमिका, चुनाव के दौरान कईं तरह के हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया, जिस पर स्पीकर ने उन्हें टोका व कहा कि सदन में कोई भी बात रखनी है, तो साक्ष्यों, तथ्यों के साथ में रखें। अभय चौटाला ने फिर भी जमकर घोटालों व अन्य मुद्दों भर्तियों, कमीशन की छवि आदि पर जमकर सवाल उठाए। इस बीच विधायक नैना चौटाला ने बीच में कुछ कहा, तो इनेलो विधायक ने तुरंत रोक दिया। सदन की कार्यवाही सुबह दस बजे शुरु हुई। सबसे पहले प्रश्नकाल के साथ में इसकी शुरुआत हुई, एक घंटे तक चले प्रश्नकाल के दौरान विधायकों ने अपने अपने विधानसभा क्षेत्र के मामले उठाए, जिस पर संबंधित विभागीय मंत्रियों ने सदन में ही इन्हें दूर करने का आश्वासन दिया। इसी तरह से शून्यकाल (जीरो अवर) के दौरान भी सभी ने अपनी अपनी बात रखी।

दोपहर बाद भी जमकर हंगामा नारेबाजी

हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन हंगामे और शोरगुल युवक कांग्रेस के विधायक रघुवीर कादियान को सदन से पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर देने के बाद दोपहर 2:30 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई। रघुवीर कादियान ने जबरन धर्मांतरण को लेकर हरियाणा विधानसभा में प्रस्तुत किए गए बिल की कॉपी पेश किए जाने के बाद हंगामा करते हुए फाड़ दी थी। रघुवीर कादियान को सदन से बाहर निकाले जाने के बाद शोरगुल हंगामा नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट किया था । सदन में अंदर आते हैं कांग्रेस के विधायकों की ओर से राव चिरंजीव, मोहम्मद आफताब गीता भुक्कल भारत भूषण बतरा और शकुंतला खटक जगबीर मलिक जयवीर वाल्मीकि सभी ने नारेबाजी की और रघुवीर कादियान का निष्कासन वापस लेने की मांग उठाई। सदन की कार्रवाई जब दोपहर बाद शुरू हुई तो इस दौरान हरियाणा विधान सभा स्पीकर की चेयर को डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने संभाला।

एक अन्य बिल भी प्रस्तुत किया गया

सदन में एक अन्य बिल भी रखा गया। उक्त बिल हरियाणा लोकोपयोगिताओं के परिवर्तन का प्रतिषेध विधेयक 2022 हरियाणा राज्य मे लोकोपयोगिता मे विग्न डालने या परिवर्तन करने व लोकाधिकार तथा उपयोग के अपवर्जन हेतु एसी भूमि के दावे का प्रतिषेध कनरे हेतु तथा उससे संबंधित या आनुशषांगिक मामले के लिए विधेयक भी सदन मे रखा गया।

सदन में 35 साल से सदस्य हूं : रघुबीर कादियान

सदन से निकाले गए रघुबीर कादियान निलंबन के विरुद्ध काफी नाराज नजर आए और कहा कि वे 35 साल से सदस्य हैं। कादियान ने यहां तक कहा कि आप 75 पार जाने वाले थे लेकिन गठबंधन सरकार चला रहे हैं, इसीलिए बहुमत तक नहीं आया। इतना ही नहीं हंगामे व शोरगुल के बीच उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता समाज में जात पात, धर्म के नाम पर सियासत करने में लगे हुए हैं। जाट आरक्षण, दंगे ना जाने क्या क्या मुद्दे उठाते रहे, जिस पर स्पीकर बोले आप आज के विषय पर खेद जताएं. वर्ना कार्रवाई इसी तरह से रहेगी।

Tags:    

Similar News