दुष्यंत ने खेत में किसान संग खाया खाना : बैंगनी की सब्जी, लाल मिर्च और चटनी के मुरीद हुए डिप्टी सीएम, दिया यह गिफ्ट
आधा एकड़ जमीन में 35 तरह की सब्जी उगाने वाले हवासिंह के खेत में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पहुंचे। उन्होंने मौके पर ही बागवानी अधिकारियों को किसान के खेत में सब्सिडी पर पाली हाउस लगाने व डीसी को खेत में सब्सिडी पर सोलर सिस्टम लगाने के आदेश दिए।;
हरिभूमि न्यूज : जींद
खेती को घाटे का सौदा कहा जाता है लेकिन कुछ किसान ऐसे भी है जो कम जमीन होने के बाद भी अच्छा मुनाफा लेकर उदाहरण बनने के साथ दुसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। जब ऑग्रेनिक खेती की बात हो तो न केवल सोहरत बल्कि सम्मान भी मिलता है। ऐसा ही कुछ मंगलवार गांव अमरेहडी निवासी किसान हवा सिंह के खेत में देखने को मिला। आधा एकड़ जमीन में 35 तरह की सब्जी उगाने वाले हवासिंह के खेत में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पहुंचे। जहां पर डिप्टी सीएम ने हवासिंह से ऑग्रेनिक खेती के बारे में जानकारी ली, वहीं बैंगनी की सब्जी, लाल मिर्च तथा धनिया की चटनी, लस्सी व पुदीना की चटनी के साथ मिस्सी रोटी खाकर डिप्टी सीएम उसके मुरीद हो गए।
डिप्टी सीएम ने किसान हवा सिंह के कम जमीन पर बेहतर खेती करने पर प्रशंसा की। डिप्टी सीएम ने मौके पर ही बागवानी अधिकारियों को किसान हवासिंह के खेत में सब्सिडी पर पाली हाउस लगाने व डीसी को किसान के खेत में सब्सिडी पर सोलर सिस्टम लगाने के आदेश दिए। खेत में पहुंचने पर डिप्टी सीएम अलग ही अंदाज में दिखाई दिए और उसने खेत में ही बैठकर किसान हवा सिंह के साथ खाना खाया और किसान हवा सिंह से खेती करने के तरीके के बारे में बारिकी से जानकारी ली। जहां पर किसान हवासिंह ने बताया कि वह 30 साल से सब्जी की खेती कर रहे हैं। वे केवल सातवीं कक्षा तक पढ़े हुए हैं।
पहले हवा सिंह ठेके पर जमीन लेकर गेहूं, धान जैसी परंपरागत खेती करते थे लेकिन इसमें उन्हें कोई खास मुनाफा होता नहीं दिखा, तो ठेके की जमीन छोड़ कर अपनी आधा एकड़ जमीन पर सब्जी उगाना शुरू कर दिया। परंपरागत खेती कर वह अपने परिवार का पालन पोषण नहीं कर सकते थे लेकिन सब्जियों की खेती कर अपने दोनों बच्चों बेटा व बेटी को पढ़ाया। बेटी की शादी कर दी और बेटा नौकरी के लिए तैयारी कर रहा है। अब वह उसकी आधा एकड़ जमीन पर सालाना आमदनी तीन लाख रुपये है। इस आधा एकड़ जमीन से ही पूरे परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। सब्जियों को बेचने के लिए वह आढ़तियों पर भी निर्भर नहीं है।
फड़ पर बैठ कर सब्जी बेचते हैं
हर रोज सुबह पांच बजे सब्जी मंडी में जाकर खुद फड़ पर बैठ कर सब्जी बेचते हैं। सब्जी की फसलों में भी हवासिंह मार्केट की डिमांड के अनुसार बदलाव करते रहते हैं। पहले वह मैथी, धनिया, गाजर जैसी सब्जियां खेत में उगाते थे। उसके बाद उन्होंने स्ट्रा बेरी, लहसून, ग्रीन गोभी, फूल गोभी, ब्रोकली की खेती शुरू की। एक समय में कई तरह की सब्जियां उगाते हैं। अगर किसी सब्जी का भाव पिट जाता हैए तो कुछ सब्जियों के अच्छे भाव भी मिल जाते हैं। फिलहाल उसके खेत में स्ट्रा बेरी तैयार हो गई है। जिसके मार्केट में अच्छे दाम मिल रहे हैं। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि किसान हवासिंह दूसरे किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। इसलिए विभागों को भी इस तरह के किसानों के उदाहरण के तौर पर दूसरे किसानों के समक्ष दिखाना चाहिएए ताकि किसान परंपरागत खेती को छोड़कर इस तरह की फसल उगा सकें।