Family ID से खुलासा : अब इतनी आमदनी वाले दंपतियों की वृद्धावस्था पेंशन भी बंद करेगी हरियाणा सरकार !

जैसे-जैसे लोग परिवार पहचान पत्र ( पीपीपी ) में अपनी आय का विवरण दर्ज करवा रहे हैं, वैसे-वैसे गलत जानकारी देकर पेंशन बनवाने वाले बुजुर्गों की पेंशन सरकार बंद कर रही है।;

Update: 2021-12-13 00:30 GMT

अमरजीत एस गिल : रोहतक

प्रदेश सरकार ने एक फैसले के तहत चार लाख तक की सालाना आमदनी वाले करीब 15-16 हजार बुजुर्गों की सामाजिक पेंशन बंद कर दी। इससे प्रभावित हुए लोगों में भारी रोष है। उनका कहना है कि सरकार उन्हें जबरदस्ती परेशान कर रही है। हालांकि प्रदेश सरकार का नियम है कि जिस दम्पति की वार्षिक आय 2 लाख रुपये से अधिक है। वह वृद्धावस्था पेंशन ( old age pension ) नहीं ले सकता। लेकिन राज्य में हजारों की संख्या में ऐसे दम्पति हैं जो वृद्धावस्था पेंशन ले रहे हैं। जैसे-जैसे परिवार पहचान पत्र ( पीपीपी ) में लाेग अपनी आय का विवरण दर्ज करवा रहे हैं, वैसे-वैसे गलत जानकारी देकर पेंशन बनवाने वाले बुजुर्गों की पेंशन सरकार बंद कर रही है।

पेंशनधारक आ रहे घेरे में

विभाग के अनुसार सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी ही पेंशन बंद होने के लपेटे में आ रहे हैं। अपने सेवानिवृत्त कर्मचारी को हर साल की कितनी पेंशन दे रही है, इसकी पूरी जानकारी सरकार के पास होती है। कर्मचारी चाहे प्रदेश सरकार को हो केंद्र सरकार का। कई साल पहले सरकार ने निर्णय लिया था कि वे दम्पति जिनकी आयु 60 साल हो चुकी है, वे प्रदेश सरकार से वद्धावस्था पेंशन ले सकते हैं। लेकिन सरकार शर्त्त तय की थी दम्पति की वार्षिक आमदनी दो लाख रुपये ज्यादा नहीं होनी चाहिए। लेकिन सरकार के नियमों को नजरअंदाज करके जिसके पति को पेंशन के रूप में वार्षिक दो लाख रुपये सरकार दे रही थी, उसकी पत्नी वद्धावस्था पेंशन बनवा ली। या फिर जिस व्यक्ति की पत्नी सेवानिवृत्त की पेंशन ले रही थी, उसने वद्धा पेंशन लेनी शुरू कर दी। अब ऐसे लोगों की पेंशन बंद की जा रही है।

पाेर्टल से लिया डाटा

पीपीपी में वार्षिक आय दर्ज करनी होती है। चूंकि यह पूरी प्रक्रिया सरकार के पोर्टल पर की जाती है। इसलिए सरकार ने ट्रिपल पी का पोर्टल से डाटा लेकर समाज कल्याण विभाग को भेजा था। उसमें करीब 16 हजार दम्पति ऐसे मिले, जिनकी आय चार लाख रुपये तक है और सामाजिक सुरक्षा पेंशन भी ले रहे हैं।

18 लाख को मिल रही पेंशन

प्रदेश में करीब 17-18 लाख लोगों को वृद्धावस्था पेंशन मिल रही है। अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन का आंकड़ा 28 लाख के करीब है। इनमें विधवा, लाडली और दूसरी पेंशन शामिल हैं।

पीपीपी जरूरी

अगर किसी लाभार्थी को पेंशन प्राप्त करनी है, उसको पीपीपी बनवाना पड़ेगा। इसके बिना पेंशन नहीं मिलेगी। पीपीपी में प्रत्येक परिवार को यूनिक आईडी मिलती है। इस आईडी को बैंक खातों, आधारकार्ड समेत दूसरे दस्तावेजों से लिंक किया जाता है। उसके बाद हर व्यक्ति की आमदनी सामने आ जाती है।

इन पर कार्रवाई

यह जानकारी सरकार ने फिलहाल जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय तक को भी नहीं भेजी है। अभी तक उन लाभार्थियों की पेंशन सरकार ने बंद की है, जिनकी वार्षिक आय 4 लाख तक है। अब दो लाख से ऊपर की आमदनी वालों की भी पेंशन बंद होगी। चूंकि सरकार का यही नियम है। 

ऐसे मिलती है जानकारी

पेंशन बंद होने पर जब लाभार्थी जिला समाज कल्याण कार्यालय पहुंचे तो विभाग ने उनका पीपीपी में वार्षिक आय का कॉलम देखा। लाभार्थी की वार्षिक आय अगर चार लाख रुपये तक दर्ज होती है तो कार्यालय यह मानकर चलता है कि इसी वजह से पेंशन बंद हुई होगी।

आदेश नहीं आए

कई लाभार्थी यह आकर पूछते हैं कि उन्हें इस बार पेंशन नहीं मिली है। जब उसके पीपीपी में आय चेक की जाती है तो वह चार लाख ज्यादा मिलती है। हो सकता है इसलिए पेंशन बंद कर दी हो। हालांकि हमारे पास पेंशन बंद करने के आदेश नहीं आए हैं। - राजेश मलिक, सहायक जिला समाज कल्याण कार्यालय रोहतक।

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