धान छोड़कर बागवानी करने वाले किसानों के लिए सरकार ने खोला खजाना, मिलेगी कई गुणा सब्सिडी

बाग लगाने के प्रथम वर्ष जहां 30 हजार रुपए की अनुदान राशि किसान को दी जाएगी। वहीं दूसरे व तीसरे वर्ष 10-10 हजार रुपए की राशि किसान को दी जाएगी।;

Update: 2022-07-15 10:43 GMT

हरिभूमि न्यूज  : सोनीपत

बागवानी विभाग ने धान की खेती छोड़कर बागवानी करने वाले किसानों के लिए खजाने के रास्ते खोल दिए हैं। विभाग की तरफ से धान की खेती छोड़कर बाग लगाने की सब्सिडी को कई गुणा बढ़ा दिया गया है। किसानों को जागरूक करने के लिए विभाग की तरफ जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन शुरू कर दिया हैं। वहीं किसानों को मेरा पानी-मेरी विरासत योजना में अलग से लाभ मिलेगा। किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से 7 हजार रुपये अलग से सब्सिडी मुहैया करवाई जाएगी।

बता दें कि सोनीपत जिले में सबसे ज्यादा किसान धान, बाजरा, गेंहू, कपास जैसी परम्परागत खेती से जुड़े हुए हैं। राजधानी दिल्ली से जिला सटा होने के कारण बागवानी करने के लिए काफी अनुकूल परिस्थितियां है। जिले का वातावरण भी अमरुद, आम, जामुन, बेर सहित विभिन्न प्रकार के फल व सब्जियों के लिए अनुकूल है। ऐसे में बागवानी विभाग ने अब किसानों को प्रोत्साहन करने के लिए सब्सिडी की दर को 50 प्रतिशत से 70 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है।

ताकि किसान धान जैसी खेती को छोड़कर बागवानी को अपनाकर मुनाफा कमा सके। इस तरह से अगर किसान अधिक दूरी पौधारोपण प्रणाली के तहत आम, अमरुद, नींबू, अनार, अंगूर, पपीता आदि फलों का बाग लगाते हैं, उन्हें बागवानी विभाग द्वारा 50 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से किसान को सब्सिडी दी जाएगी। जिसके तहत बाग लगाने के प्रथम वर्ष जहां 30 हजार रुपए की अनुदान राशि किसान को दी जाएगी। वहीं दूसरे व तीसरे वर्ष 10-10 हजार रुपए की राशि किसान को दी जाएगी।

आलू बुखारा व अनार की बागवानी करने के प्रति करेगें जागरूक 

बागवानी विभाग ने जिले में अनार से लेकर आलूबुखारा जैसे विभिन्न प्रकार के फलों का बाग लगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने का फैसला किया है। जिसके अंतर्गत 6 मीटर गुणा 7 मीटर प्रणाली के तहत नाशपाती, आवला, चिक्कू, बेर, आडू, बेल आदि फलों का बाग लगाने पर विभाग की तरफ से प्रति एकड़ 32 हजार 500 रुपए तक की सब्सिडी किसान को दी जाएगी। जोकि लागत मूल्य का करीब 50 प्रतिशत होगा। प्रथम वर्ष में 19500 रुपए किसान को उपलब्ध करवाएं जाएंगे, जबकि दूसरे व तीसरे वर्ष में किसान को 6500-6500 रुपए की किश्ते सब्सिडी के तौर पर किसान को दी जाएगी। साथ ही मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत अलग से 7 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों को मिलेगा।

50 हजार रुपये तक की सब्सिडी

किसानों को बागवानी से जोड़ने के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी को बढ़ाने का कदम उठाया हैं। किसानों को 50 हजार रुपये तक की सब्सिडी मुहैया करवाई जायेगी। किसान बागवानी के माध्यम से अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। - डा. राकेश, जिला बागवानी अधिकारी।

Tags:    

Similar News