Haryana : अब घर के पास ही होगी सीएम विंडो की शिकायतें दर्ज
हरियाणा के मुख्यमंत्री (Chief Minister) मनोहर लाल ने प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी सीएम-विंडो की सुविधा स्थापित करने के निर्देश (Instructions) दिए। ताकि लोग अपने घरों के नजदीक ही अपनी शिकायतों का पंजीकरण करा सकें।;
चंडीगढ़। ऑनलाइन शिकायत निवारण पोर्टल सीएम-विंडो (CM-Window) की सफलता से प्रसन्न होकर राज्य के लोगों की सुविधा के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी सीएम-विंडोज की सुविधा स्थापित करने के निर्देश दिए।
ताकि लोग अपने घरों के नजदीक ही अपनी शिकायतों का पंजीकरण करा सकें। वर्तमान में प्रत्येक उपमंडल सहित राज्य में 110 स्थानों पर सीएम-विंडो कार्यात्मक है जिसके तहत विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतों के निपटान करने के लिए समयावधि (Timeline) केवल 30 दिनों की है। मनोहर लाल शुक्रवार ऑनलाइन शिकायत पोर्टल जैसे सीएम विंडो, केंद्रीयकृत जन शिकायत निवारण एवं निगरानी प्रणाली (सीपीजीआरएएमएस) और सोशल मीडिया शिकायत ट्रैकर (एसएमजीटी) के कार्य प्रणाली की समीक्षा करने हेतू एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने गत दिसंबर, 2014 में नागरिक शिकायतों को दूर करने के लिए एक केंद्रीकृत प्रणाली के रूप में सीएम-विंडो की शुरुआत की थी। इस ऑनलाइन प्रणाली ने पिछले 6 वर्षों में काफी प्रगति की है और इसके परिणामस्वरूप, राज्य सरकार की कार्यप्रणाली के प्रति प्रदेश के लोगों का विश्वास कायम हुआ हैं। सीएम-विंडो की कार्य प्रणाली को और बेहतर व अधिक प्रभावी बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रख्यात नागरिक (एमीनेंट सिटीजन) प्रक्रिया के पुनर्गठन के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित नागरिकों को उन 70,000 वांलटियरों से चुना जाना चाहिए जिन्होंने कोविड-19 संकट के दौरान राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए पोर्टल पर अपने आपको सेवाएं देने हेतू पंजीकृत करवाया हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रख्यात नागरिकों, जो स्थिति का आंकलन करते हैं और अपनी प्रतिक्रिया देते हैं, को उनकी पहचान के लिए विशिष्ट आईडी (यूनिक आईडी) भी दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के दुरुपयोग को रोकने के लिए सीएम-विंडो के विरूद्ध शिकायत करने का एक अतिरिक्त मॉडयूल या कॉलम भी बनाया जाना चाहिए। बैठक में यह भी बताया गया कि संबंधित विभाग द्वारा की गई शिकायत पर होने वाली कार्रवाई पर नागरिकों से फीडबैक लेने के लिए, शिकायतकर्ता को पंचकूला स्थित सीएम-विंडो कॉल सेंटर से भी कॉल की जाती है जहां से नागरिकों से उनके समाधान की संतुष्टि के बारे में जानकारी ली जाती है। बैठक में मुख्यमंत्री को यह भी अवगत करवाया गया है कि सीएम-विंडो में एक नया फीचर जोड़ा गया है, जिसके परिणामस्वरूप पिछले 5 महीनों में 4.95 करोड़ रुपये की सरकारी धनराशि वसूल की गई है।
वर्ष, 2017 में एसएमजीटी के लॉन्च के बाद से 1,13,041 शिकायतों को प्रक्रियाधीन कुल 1,25,873 शिकायतों में से हल किया गया है, जोकि 90 प्रतिशत है। शिकायत को पोस्ट करने के लिए, बस ट्विटर पर @cmohry को टैब करना होगा। बैठक में यह भी बताया गया कि एसएमजीटी ने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान कई शिकायतों का समाधान भी किया है।
बैठक में मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव योगेन्द्र चौधरी, परियोजना निदेशक सीएम विंडो डॉ. राकेश गुप्ता, सूचना, जनसंपर्क और भाषा विभाग के निदेशक पीसी. मीणा, मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल और मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार ध्रुव मजूमदार भी उपस्थित थे।