हरियाणा पंचायत चुनाव : आज शाम थम जाएगा पहले चरण के चुनाव प्रचार का शोर, 9 जिलों में 30 और 2 नवंबर को वोटिंग

चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार प्रचार बंद होने के बाद जिला परिषद और पंचायत समिति के प्रत्याशी केवल डोर टू डोर संपर्क साध सकते हैं।;

Update: 2022-10-28 05:47 GMT

चंडीगढ़। हरियाणा में पंचायत चुनावों के पहले चरण के तहत आने वाले 9 जिलों में अपना भाग्य आजमाने उतरे ग्रामीण जनप्रतिनिधियों ने अंतिम चरण में पूरी ताकत झोंक दी है। जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के लिए मैदान में उतरे प्रत्याशियों ने जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी से चोटी का जोर लगा दिया है। हरियाणा चुनाव आयोग आयुक्त का कहना है कि शुक्रवार को दोपहर बाद प्रदेश के 9 जिलों में चुनाव प्रचार का पहिया थम जाएगा, जिसके बाद में मात्र पैदल ही एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे पर संपर्क साधकर वोट की अपील की जा सकती है। दुरुपयोग और किसी भी तरह का लालच देने वाले प्रत्याशियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है, पर्यवेक्षक तुरंत ही कार्रवाई करेंगे।

पहले चरण की बात करें, तो प्रदेश के अंदर पंचकूला, पानीपत, यमुनानगर, कैथल, महेंद्रगढ़, जींद, झज्जर, भिवानी, नूंह, मेवात में प्रचार का शोर शुक्रवार को दोपहर बाद समाप्त हो जाएगा। चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार प्रचार बंद होने के बाद जिला परिषद और पंचायत समिति के प्रत्याशी केवल डोर टू डोर संपर्क साध सकते हैं। इसके अलावा 30 अक्टूबर रविवार की सुबह 7 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक जिला परिषद और ब्लाक समिति के लिए मतदान होना है। इसके बाद 2 नवंबर को सरपंच और पंच के लिए मतदान होगा।

वहीं दूसरे चरण पर नजर डालें, तो पंचायत चुनाव वाले जिलों में अंबाला, चरखी दादरी, गुरुग्राम, करनाल, कुरुक्षेत्र, रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा, सोनीपत जिलों के नाम शामिल हैं, इनमें नामांकन का अंतिम दिन शुक्रवार को है। आयोग के निर्देशानुसार शाम 3 बजे के बाद कोई भी नामांकन पत्र स्वीकार नहीं किया जाएगा। सूबे में एक और जहां आदमपुर उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं। वहीं दूसरी तरफ पंचायत चुनावों के लिए भी ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार हलचल बढ़ गई है। दूसरे चरण के चुनावों वाले जिलों में जिला परिषद सदस्य और पंचायत समिति सदस्यों के लिए 9 नवंबर और सरपंच व पंच पद के लिए 12 नवंबर को मतदान की तिथि निर्धारित है। जिला परिषद सदस्य के लिए 1308 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिसमें से 738 पुरुष और 570 महिलाएं हैं। इसी प्रकार से पंचायत समिति सदस्यों की बात करें तो 4,979 उम्मीदवार मैदान में है जिसमें से 2853 पुरुष और बाकी महिलाएं हैं। सूबे में जहां एक तरफ ग्रामीण इलाकों में पंचायतों में हार जीत को लेकर सियासी जंग चली हुई है, वहीं इस दौरान आदमपुर का चुनाव भी चरम पर पहुंच गया है, जहां पर सभी सियासी दिग्गज मैदान में प्रचार करने पहुंच रहे हैं।

प्रचार के अंतिम दिनों में आदमपुर पर नजर

प्रचार की मुहिम के अंतिम दिन बेहद ही अहम रहेंगे क्योंकि शुक्रवार को फरीदाबाद से निपटने के बाद में सीएम मनोहर लाल खुद ही आदमपुर के सियासी जंग में उतरने को तैयार हैं। हरियाणा दिवस के मौके पर वे एक रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम भी बना चुके हैं। इसके अलावा बाकी भी योद्धा मंत्रीमंडल के मंत्री मैदान में उतरने जा रहे हैं। दूसरी तरफ पंजाब के सीएम भगवंत मान और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद यहां प्रचार के लिए पहुंचकर इस चुनाव को ज्यादा रोचक बना दिया है। कांग्रेस की ओर से भी सभी सियासी दिग्गज खासतौर पर नेता विपक्ष और पूर्व सीएम रहे भूपेंद्र सिंह हुडडा जेपी को जिताने के लिए रात दिन एक किए हुए हैं।

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