Haryana Rains : हथनीकुंड बैराज पर यमुना नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी, दिल्ली पर बढ़ा खतरा
- यमुना नदी में छोड़ा गया तीन लाख नौ हजार 526 क्यूसिक पानी अगले 48 घंटे में दिल्ली में बरपाएगा कहर
- कई गांव में निचले रिहायशी इलाकों में पानी भरा, प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया
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Yamunanagar News : पहाड़ी इलाकों में पिछले तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश से सोमवार तड़के यमुना नदी (Yamuna River) के जलस्तर बढ़कर जहां तीन लाख नौ हजार 326 क्यूसिक हो गया। जिसके बाद यमुना नदी ने रौद्ररुप धारण कर लिया और साथ लगते बाढ़ संभावित इलाकों में दर्जनों गांव की हजारों एकड़ में खड़ी फसलें जलमग्न हो गई। वहीं, कई गांव में निचले रिहायशी इलाकों में पानी भर गया। जिसके बाद प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया।
गनीमत यह रही कि इसके बाद पहाड़ी इलाकों में बारिश थम गई और यमुना शांत होने लगी। मगर सोमवार शाम को एक बार फिर यमुना नदी में जलस्तर बढ़ना शुरु हो गया। जिसे देखकर प्रशासन की टीमें अलर्ट मोड़ पर आ गई। वहीं, यमुना नदी में सुबह के वक्त तीन लाख क्यूसिक से अधिक पानी अगले 48 घंटे में दिल्ली में कहर बरपाएगा।
यमुना नदी में किस समय कितना हुआ जलस्तर
हथनी कुंड बैराज के सूत्रों ने बताया कि सोमवार तड़के चार बजे पहाड़ी इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश से यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर तीन लाख नौ हजार 526 (309526) क्यूसिक पहुंच गया। मगर इसके बाद सुबह सात बजे यमुना नदी का जलस्तर घटकर दो लाख 87 हजार 211 क्यूसिक हो गया और दोपहर एक बजे तक एक लाख 90 हजार क्यूसिक रह गया। मगर दोपहर बाद दो बजे एक बार फिर यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर दो लाख 13 हजार 679 क्यूसिक पर पहुंच गया। जिसके बाद प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया और बाढ़ संभावित इलाकों में चौकसी बढ़ा दी। वहीं, शाम साढ़े चार बजे तक यमुनानदी का जलस्तर बढ़कर दो लाख 18 हजार क्यूसिक पहुंच गया था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी पहाड़ी इलाकों में बारिश पूरी तरह थमी नहीं है और नदी में जलस्तर का उतार चढ़ाव जारी रहेगा।
इन स्थानों पर मचाई तबाही
हथनी कुंड बैराज पर सोमवार तड़के यमुना नदी में बढ़े तीन लाख नौ हजार 526 क्यूसिक जलस्तर ने नदी के साथ लगते गांव ईस्सरपुर, कमालपुर टापू,कैत, मंडी, लापरा, ओधरी, संधाला, संधाली , पोबारी, लालछप्पर समेत दर्जनों गांव के हजारों एकड़ में खड़ी फसलों में पानी भर गया। वहीं, कमालपुर टापू गांव की सैंकड़ो एकड़ भूमि में कटाव हो गया। इसके अलावा कई गांव के रिहायशी इलाकों में पानी भर गया। लोगों ने अपने ट्रैक्टरों की मदद से अपना सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
जगाधरी-कलानौर मार्ग किया बंद
यमुना नदी के साथ लगते नीचले इलाकों में पानी भरने के बाद प्रशासन ने जगाधरी के अग्रसेन चौक से लेकर कलानौर तक जाने वाले पुराने सहारनपुर मार्ग को बंद कर दिया है। इस मार्ग पर पानी भरने के बाद प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है।
बाढ़ संभावित इलाकों में प्रशासन ने बढ़ाई चौकसी
पहाड़ी इलाकों में अभी भी बारिश की संभावना होने से प्रशासन ने यमुना नदी के साथ लगते बाढ़ संभावित इलाकों में चौकसी बढ़ा दी है। प्रशासन ने स्पेशल टीमों की ड्यूटियां लगाकर निगरानी बढ़ा दी है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि पहाड़ी इलाकों में दोबारा मूसलाधार बारिश होने से यमुना नदी में एक बार फिर उफान आ सकता है।
प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद
उपायुक्त राहुल हुड्डा ने संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को हर स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सिंचाई विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। इस दौरान कर्मचारी बाढ़ संभावित इलाकों में पहुंचकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।