Haryana को मिला नेशनल अवार्ड : आजादी का अमृत महोत्सव व अमृत कलश यात्रा का समापन

  • आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन के लिए हरियाणा को मिला देश में तीसरा स्थान
  • पीएम मोदी ने समापन समारोह में हरियाणा को किया पुरस्कार प्रदान
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Update: 2023-10-31 15:31 GMT

Haryana :  हरियाणा ने राष्ट्रव्यापी आजादी का अमृत महोत्सव में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश को नेशनल अवार्ड प्रदान किया। हरियाणा को आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रमों के आधार पर देश में तीसरा स्थान मिला है। यह पुरस्कार आजादी का अमृत महोत्सव तथा अमृत कलश यात्रा के समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने प्राप्त किया।

अमृत पुरस्कारों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चयन के लिए एक ज्यूरी का गठन किया गया था। समग्र मानदंडों पर विचार करने के बाद, ज्यूरी ने हरियाणा को देश में तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य के रूप में अनुशंसित किया। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रदेश में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग को नोडल विभाग के तौर पर नामित किया गया था। विभाग की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बधाई देते हुए कहा कि भविष्य में भी प्रदेश इसी तरह उपलब्धियां हासिल करता रहेगा। यह विभाग सरकारी नीतियों व कार्यक्रमों को आम जनता तक पहुंचाने के साथ कई कार्यक्रम व योजनाएं भी लागू करने में दूसरे विभागों को भी सराहनीय सहयोग दे रहा है। 

मुख्य सचिव संजीव कौशल ने पुरस्कार प्राप्त करने के बाद बताया कि देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में दो साल आजादी का अमृत महोत्सव समारोहों के साथ मेरी माटी मेरा देश अभियान भी चलाया गया, जिसका समापन अज हुआ है। यह स्मारकीय आयोजन भारत की आजादी के लिए लड़ने वालों और आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण के लिए अथक प्रयास करने वालों के बलिदान और योगदान के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन पूरे देश में एक व्यापक स्तर पर किया गया जिसमें संपूर्ण सरकार और संपूर्ण समाज की जन भागेदारी रही।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में 12 मार्च, 2021 से 31 अक्टूबर, 2023 तक आजादी का अमृत महोत्सव के तहत राज्य में बड़ी संख्या में कार्यक्रम आयोजित किए गए और उनका विवरण भी महोत्सव के लिए समर्पित वेबसाइट पर अपलोड किया गया। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित अनेक कार्यक्रमों की समाचार कतरनें और सोशल मीडिया पोस्ट पीडीएफ फाइलों में संकलित की गई हैं, जिन्हें इस ऐतिहासिक अवसर के उपलक्ष्य में राज्य में हुई महत्वपूर्ण गतिविधियों के व्यापक अवलोकन के लिए देखा जा सकता है। यह संकलन भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के जश्न में राज्य के योगदान के बारे में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।

सूचना, जनसंपर्क एव भाषा विभाग के महानिदेशक तथा मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि देश की आजादी के नायकों को समर्पित इस महोत्सव के तहत हरियाणा में 51000 से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किए गए, जो महोत्सव की वेबसाइट पर डाले गए और उनमें से लगभग 32 हजार कार्यक्रम वेबसाइट पर प्रकाशित हुए। इन कार्यक्रमो में एक हजार से ज्यादा ऐसे वीरों और नायकों की पहचान की गई जो पहले अज्ञात थे। इनमें विशेष रूप से भिवानी जिला के गांव रोहनात के लोगों ने अग्रेंजी हुकुमत के आगे घूटने नहीं टेके थे और शहीद हो गए थे। इस गांव में सालों तक तिरंगा नहीं फहराया गया और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ही इस गांव के लोगों को गुलामी के दर्द से आजादी दिलाई थी। दूसरे हिस्से में हर घर तिरंगा फहराने के विशेष अभियान के तहत 2022 में लगभग 70 लाख और 2023 में 74 लाख झंडे घरों पर फहराए गए। वहीं तीसरे हिस्से में मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत 6841 गांवों और 88 नगर निकायों में शिला पट्टिकाएं भी लगाई गई। भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई 1857 के वीरों की याद में लगभग 500 करोड़ रुपए की लागत से भव्य संग्रहालय भी बनाया जा रहा है।

पांच विशेष प्रकाशन भी किए गए

हरियाणा में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत पांच विशेष पुस्तकें प्रकाशित की गई। इन पुस्तकों में हरियाणा साहित्य अकादमी व पंजाबी साहित्य अकादमी की ओर से आजादी का अमृत महोत्सव पर आधारित प्रकाशन किया गया। हरियाणा के हिन्दी साहित्यकार, पंजाबी में जरनेल बाबा बंदा सिंह बहादुर, हरियाणा संवाद व हरियाणा रिव्यू के विशेष संस्करण निकाले गए।

भविष्य सहेजने के लिए बनाई गई अमृत वाटिकाएं

मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दूरगामी सोच एवं उनके निर्देशन में प्रदेशभर में ग्राम व शहरी स्तर पर पौधारोपण की मुहिम चलाई गई। इस मुहिम के तहत अधिक से अधिक पौधे लगाए जाने को लेकर जागरूकता कार्यक्रम भी हुए। इसी की बदौलत प्रदेशभर में कई लाख पौधे लगाए गए। महत्वपूर्ण बात यह भी रही कि शहीदों व बलिदानियों को याद करते हुए अमृत वाटिकाएं बनाई गई। यह मुख्यमंत्री की अलग व अनूठी सोच रही कि शहीदों की याद को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए अमृत वाटिका से जोड़ा गया। 

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