हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र : हुड्डा ने घोटालों पर उठाए सवाल, बोले- SIT यानी सीटिंग इन्वेस्टिगेशन ऑन टेबल
नेता विपक्ष ने कहा कि ये सरकार एसआईटी के नाम पर खेल कर रही है। ना किसी पर कार्रवाई होती और ना ही किसी को सजा दिलाई जाती। बड़े-बड़े घोटालो में छोटी मोटी मछलियों पर महज दिखावे की कार्रवाई कर बड़े-बड़े घोटालेबाज मगरमच्छों को बचा लिया जाता है।;
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सदन में अवैध खनन समेत तमाम घोटालों पर गठबंधन सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि ये सरकार एसआईटी के नाम पर खेल कर रही है। ना किसी पर कार्रवाई होती और ना ही किसी को सजा दिलाई जाती। बड़े-बड़े घोटालो में छोटी मोटी मछलियों पर महज दिखावे की कार्रवाई कर बड़े-बड़े घोटालेबाज मगरमच्छों को बचा लिया जाता है। अब तक सरकार ने अवैध खनन से लेकर रजिस्ट्री, शराब समेत कई मामलों में जांच की बात तो कही। लेकिन, आज तक जांच की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई। इसलिए इस सरकार में एसआईटी का मतलब स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम नहीं, बल्कि सीटिंग इन्वेस्टिगेशन ऑन टेबल हो गया है।
भूपेंद्र हुड्डा ने अवैध खनन पर जारी चर्चा के दौरान कहा कि 1 जनवरी को डाडम में हुए हादसे के बाद उन्होंने खुद मौके का दौरा किया था। यहां स्पष्ट देखने को मिला कि माफिया ने पूरी तरह बेखौफ होकर अवैध खनन को अंजाम दिया है। इस हादसे में 5 मजदूरों की मौत हो गई थी। सरकार ने एसआईटी द्वारा जांच करवाने का भरोसा दिलाया था। लेकिन, इतने महीने बाद भी आज तक उसकी जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई। इससे सरकार की मंशा स्पष्ट पता चलती है। हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार के दौरान प्रदेश में ताबड़तोड़ घोटाले हो रहे हैं। अमृत योजना घोटाला से लेकर सफाई, नौकरियों की खरीद-फरोख्त, पेपर लीक, बिजली मीटर खरीद, धान खरीद, बाजरा खरीद, रोडवेज किलोमीटर स्कीम, रजस्ट्रिी, शराब, यमुना के रेत और अरावली की पहाड़ियों का अवैध खनन समेत अनगिनत घोटाले हो चुके हैं। लेकिन किसी भी मामले में सरकारी की जांच अंजाम तक नहीं पहुंची।