Dengu की चेन तोड़ने में जुटा स्वास्थ्य विभाग : सर्वे के साथ डेंगू पीड़ितों के रिश्तेदारों की जुटाई जा रही जानकारी
डेंगू के डंक ने स्वास्थ्य विभाग को परेशानी में डाला हुआ है। विभाग के सामने अब तक डेंगू के कुल 14 मामले सामने आ चुके हैं जो उपचाराधीन हैं। डेंगू के मामले और अधिक ना बढें, इसके लिए स्वास्थय विभाग ने कोरोना की तरह डेंगू की चेन तोड़ने की कवायद शुरू कर दी है।;
हरिभूमि न्यूज. जींद
कोरोना संक्रमण के मामले में जींद सेफ जोन में चल रहा है वहीं डेंगू के डंक ने स्वास्थ्य विभाग को परेशानी में डाला हुआ है। विभाग के सामने अब तक डेंगू के कुल 14 मामले सामने आ चुके हैं जो उपचाराधीन हैं। डेंगू के मामले और अधिक ना बढें, इसके लिए स्वास्थय विभाग ने कोरोना की तरह डेंगू की चेन तोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। जिसके चलते विभागीय टीमें डेंगू पीड़ितों के साथ-साथ अब उनके रिश्तेदारों व उनके संपर्क में आने वाले लोगों की भी स्वास्थ्य जांच कर डाटा तैयार कर रही है। साथ ही उन्हें बुखार की दवाइयों के साथ-साथ अहतियात बरतने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है।
सितबंर माह में आई बारिश के बाद अचानक से डेंगू के एक-एक कर 14 मामले सामने आ गए। जिसने विभाग की चिंता को बढ़ा दिया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार जागरूकता अभियान चलाए हुए थी बावजूद इसके लोगों कि लापरवाही ने डेंगू बीमारी को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सर्वे के दौराण सामने आया कि लोग अपने घरों के आसपास व खाली बर्तनों में जमा पानी को त्यों का त्यों छोड़ देते हैं जिसमें मच्छर पनप कर डेंगू और मलेरिया को फैलाने का कारण बनते हैं।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें बुखार पीड़ितों के सैंपल लेने के साथ-साथ जो भी डेंगू मरीज हैं, उसके रिश्तेदारों व उसके संपर्क में आने वाले लोेगों की स्वास्थ्य जांच कर रहे हैं। बाकायदा स्वास्थ्य कर्मी पूरे घर में तथा ऊपर छत जा कर भी यह देख रहे है कि कहीं पानी में लारवा तो नहीं पनप रहा है। अगर ऐसा होता है तो मौके पर ही लारवा को नष्ट कर दिया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग कर रहा प्रतिदिन दो हजार से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग
डेंगू के मामले सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग की 150 से अधिक टीमें जिलाभर में स्क्रीनिंग में जुटी हैं और प्रतिदिन 2500 से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग कर रही हैं। जैसे ही कोई बुखार का संदिग्ध मरीज मिलता है तो उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाता है और साथ ही उसे दवा भी उपलब्ध करवाई जाती है। वहीं स्वास्थयकर्मी शहर की बाहरी कालोनियों के साथ-साथ झुग्गी झोपड़ी क्षेत्र में भी पहुंच कर मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूक कर रही हैं।
किसी भी बुखार को हल्के में ने लें : डा. तीर्थ बागड़ी
नागरिक अस्पताल के डिप्टी सीएमओ (मलेरिया) डाॅ. तीर्थ बागड़ी ने बताया कि लोग किसी भी बुखार को हलके में न लें। बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक से उपचार लें। अपने घर तथा आस पास स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार गली, मोहल्लों, ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार दस्तक दे रही हैं।