अस्पतालों में दवाओं की कमी पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज नाराज, अधिकारियों से मांगा ब्योरा

भरोसेमंद उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सेहत मंत्री विज ने विभाग के अफसरों के सामने दवा की आपूर्ति की स्थिति पर समय रहते एक्शन नहीं लेने, उनको अवगत नहीं कराने, वेयर हाउसेज के हालात व उपलब्ध दवा का ब्योरा देने का निर्देश दिया है। विज ने साफ कर दिया है कि मामले में लापरवाह कर्मियों औऱ अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा।;

Update: 2023-02-14 08:02 GMT

योगेंद्र शर्मा : चंडीगढ़। हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में गत कई माह से दवाओं की किल्लत संबंधी शिकायत और फीडबैक मिलने पर हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने संबंधित आला-अफसरों से प्रदेश के वेयर-हाउसों में स्टाक के साथ-साथ जिलों में दवा आपूर्ति को लेकर ब्योरा तलब कर लिया है। सेहत खराब और अवकाश आदि कारणों कई दिनों के अंतराल के बाद सोमवार को हरियाणा सिविल सचिवालय पहुंचे सेहत एवं गृह मंत्री अनिल विज ने विभागीय एसीएस (अतिरिक्त मुख्य सचिव) जी अनुपमा और अन्य अफसरों के साथ में बैठक की।

भरोसेमंद उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सेहत मंत्री विज ने विभाग के अफसरों के सामने दवा की आपूर्ति की स्थिति पर समय रहते एक्शन नहीं लेने, उनको अवगत नहीं कराने, वेयर हाउसेज के हालात व उपलब्ध दवा का ब्योरा देने का निर्देश दिया है। विज ने साफ कर दिया है कि मामले में लापरवाह कर्मियों औऱ अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा। कुल मिलाकर हरियाणा के अस्पतालों में गत सात आठ माह से दवाओं की कमी चली आ रही है। दवा की खरीद का काम हरियाणा मेडिकल सर्विसेज कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा दवाओं की खरीद की जाती है। लेकिन गत कईं माह से विभिन्न जिलों से दवाओं की शार्टेज की सूचनाएं मिल रहीं हैं।

इस संबंध में मंत्री अनिल विज ने विभागीय अफसरों से रिपोर्ट आने पर ही कुछ स्पष्ट करने की बात कही है। इस बाबत एसीएस ने भी दवाओं की शार्टेज को लेकर चिंता जाहिर करते हुए संबंंधित अफसरों से रिपोर्ट तलब कर ली है।

सीमावर्ती जिलों में अन्य प्रदेशों के मरीजों की भी भरमार

हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की शार्टेज बनी हुई है। इसके पीछे हरियाणा के अस्पतालों में मरीजों ओपीडी की संख्या का बढ़ना भी एक कारण है। हरियाणा के अस्पतालों में पंजाब, हिमाचल, राजस्थान, यूपी जैसे प्रदेशों के मरीजों की संख्या भी अच्छी खासी है। सीमा से सटे अस्पतालों में दूसरे राज्यों के मरीज भी लगातार पहुंच रहे हैं। मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण चिकित्सकों पर काम का बोझ भी बढ़ा हुआ है।

छह सौ के लगभग दवाएं मुफ्त

सरकारी अस्पतालों में हरियाणा सरकार की ओर से छह सौ के करीब दवाएं मुफ्त दिए जाने की घोषणा काफी पहले से की हुई है। खुद सेहत मंत्री विज इस बात पर खास ध्यान रखते हैं कि मरीजों को बाहर से कोई दवा नहीं लानी पड़े, कईं बार डाक्टरों औऱ स्टाफ द्वारा बाहर की दवा मंगाने पर मंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए उन पर एक्शन भी लिया है। कुल मिलाकर मंत्री की नाराजगी और ब्योरा तलब किए जाने से अफसरों की नींद हराम हो गई है।

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