फिर बिगड़ी स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की तबीयत, जनता दरबार में सुनते रहे शिकायतें
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की तबीयत शनिवार सुबह से ही खराब थी। उन्हें तेज बुखार था। इसी वजह से वे शरीर में भी अकड़न महसूस कर रहे थे। बुखार ज्यादा होने के कारण चिकित्सकों ने उन्हें दरबार स्थगित करने की सलाह दी थी।;
हरिभूमि न्यूज. अंबाला
शनिवार को गृहमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की तबीयत बिगड़ गई, पर वे साढ़े चार बजे तक जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुनते रहे। चिकित्सकों के साथ कार्यक्रताओं ने भी उन्हें आराम करने की सलाह दी थी। मगर विज ने दरबार को बीच में छोड़ने से साफ मना कर दिया। दरबार के दौरान ही विज ने इन्सुलीन का इंजेक्शन लगवाया व बुखार के साथ शुगर की दवाई भी ली।
सुबह से था बुखार फिर लगाया दरबार
गृह एवं शहरी निकाय मंत्री अनिल विज की तबीयत शनिवार सुबह से ही खराब थी। उन्हें तेज बुखार था। इसी वजह से वे शरीर में भी अकड़न महसूस कर रहे थे। बुखार ज्यादा होने के कारण चिकित्सकों ने उन्हें दरबार स्थगित करने की सलाह दी थी। कार्यकर्ता भी चाहते थे कि तबीयत ठीक होने तक वे आराम करें। मगर विज ने किसी की बात पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इंसाफ के लिए लोग उनके पास राज्य के हर कोने से मिलने आए हैं। ऐसे में मैं उन लोगों को निराश नहीं कर सकता है।
इसके बाद विज ने जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुननी शुरू कर दी। हालांकि तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण बीच में ही उन्हें इन्सुलीन का इंजेक्शन लेना पड़ा। साथ ही बुखार की दवाई भी ली। शाम साढ़े चार बजे तक विज लोगों की समस्याएं सुनते रहे। दरबार खत्म होने के बाद ही विज आराम करने के लिए घर आ गए।