शर्ट के कालर में स्मैक छिपाकर जेल भेजी जा रही थी, जांच में पकड़ी गई
कालर के एक हिस्से में कपड़ा सख्त दिखाई देने पर जेल कर्मियों को संदेह हुआ तो उन्होंने सिलाई को खोलकर देखा तो उसमे स्मैक को छिपाया गया था।;
हरिभूमि न्यूज. जींद
जिला कारागार(District Prison) में बंद बंदी को कपड़ों की आड़ में स्मैक (Smack) पहुंचाने की कोशिश का मामला सामने आया है। जेल कर्मियों ने जब बंदी को देने से पूर्व कपड़ों को जांचा तो उसमे 6.15 ग्राम स्मैक बरामद हुई। सिविल लाइन थाना पुलिस (Police) ने जेल उपाधीक्षक की शिकायत पर एक युवक के खिलाफ नशीले पदार्थ निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
जिला कारागार में बंद युवक को सर्दियों के कपड़े पहुंचाने के लिए गत सात अक्टूबर को उसका साथी सफीदों रोड निवासी विशाल जिला कारागार पहुंचा था। उसने अपने साथी का नाम बताते हुए कपड़े डयोडी पर जेल कर्मियों को सौंप दिए। कोविड-19 के चलते तथा जेल नियमानुसार बाहर से आने वाली हर वस्तु की जांच जेल कर्मियों द्वारा की जा रही है। कपड़ों की जांच से पूर्व सेनेटाइज करने के लिए उन्हें जेल कर्मियों द्वारा अपनी कस्टडी में रखा गया था।
बीती देर शाम जब जेल कर्मियों द्वारा कपड़ों की जांच की गई तो शर्ट के कालर में स्मैक पाई गई। जिसका वजन 6.15 ग्राम पाया गया। स्मैक को कालर में रखकर सिलाई की गई थी। कालर के एक हिस्से में कपड़ा सख्त दिखाई देने पर जेल कर्मियों को संदेह हुआ तो उन्होंने सिलाई को खोलकर देखा तो उसमे स्मैक को छिपाया गया था। कपड़ों से बरामद हुई स्मैक के बारे में जेल कर्मियों ने अपने अधिकारियों को अवगत करवाया। सिविल लाइन थाना पुलिस ने जेल उपाधीक्षक संदीप की शिकायत पर सफीदों रोड निवासी विशाल के खिलाफ नशीले पदार्थ निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सिविल लाइन थाना प्रभारी हरिओम ने बताया कि युवक जेल में बंद अपने साथी के कपड़े देकर गया था। जिसके कालर में स्मैक छिपाई गई थी। छानबीन के दौरान कपड़ों में छुपाई गई स्मैक को पकड़ लिया गया। फिलहाल आरोपित युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और धर पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है।