Hisar : खिलाड़ियों के आंदोलन में टिकैत बंधुओं की भूमिका पर उठे सवाल
- यशपाल मलिक के सामाजिक बहिष्कार की उठी मांग
- खापों की बैठक में लिए अहम फैसले, जल्द होगी सर्वखाप की बैठक
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Hisar : जाट धर्मशाला में शनिवार को कई खापों की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता पंचग्रामी खाप (चौदह गांव) के प्रधान मांगेराम पूनिया ने की। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने पिछले दिनों नूंह में हुई हिंसक (violent) घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी संगठनों से शांति बनाए रखने की अपील की। साथ ही कहा कि सरकार द्वारा प्रायोजित हिंसा को आगे न बढ़ने देने में खापों ने अहम भूमिका निभाई।
खाप की बैठक के दौरान उपस्थित सदस्यों ने पिछले दिनों पहलवान खिलाड़ियों के आंदोलन में टिकैत बंधुओं की भूमिका को संदिग्ध माना, क्योंकि यह मामला बहन-बेटियों की अस्मिता से जुड़ा हुआ था। गंगा में मेडल बहाने के नाम पर आंदोलन को कमजोर करने के लिए सरकार को बार-बार समय दिया गया। इस मामले में खापें उनकी भूमिका की घोर भत्सर्ना करती है और यह माना कि उनकी भूमिका पंचायती परम्परा के अनुरुप नहीं थी। उन्होंने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन में यशपाल मलिक व राजकुमार सैनी की भूमिका भी समाज को तोड़ने वाली रही। जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान युवाओं पर दर्ज मुकदमें आज भी चल रहे हैं जबकि उनका देशद्रोह का मुकदमा समझौते की एवज में खारिज करवा लिया गया। यशपाल मलिक का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। इसके साथ ही खाप की बैठक में कई फैसले लिए गए, जिनमें नशाखोरी, लव मैरिज एक्ट व हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन की जरुरत महसूस करते हुए जल्द ही सर्वखापों की संयुक्त बैठक बुलाने का निर्णय लिया, जिसमें ज्वलंत मुद्दों पर आगामी रणनीति बनाई जाएगी।
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