अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा से खफा हुए हरियाणा के गृह मंत्री, जानें पूरा मामला
सैकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मियों की अपील बतौर एसीएस होम होने के कारण अरोड़ा के पास लंबित, अनिल विज ने कार्यशैली को लेकर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मांगा जवाब।;
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार के दो भारी भरकम महकमे संभाल रहे गृह एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा सूबे के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के निशाने पर आ गए हैं। अरोड़ा की कार्यप्रणाली को लेकर अब मंत्री ने खुद ही सवाल खड़े करते हुए इस संबंध में हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिख दिया गया है, जिस पर अरोड़ा से सीएस ने जवाब भी मांग लिया है। बताया जा रहा है कि अरोड़ा पूरे मामले में मंत्री की नाराजगी की बात को भांपते हुए मान मनौव्वल में जुट गए हैं। लेकिन पूरा मामला हाईकमान के सामने पहुंच चुका है, इसीलिए जल्द ही अरोड़ा के महकमों में फेरबदल होने की चर्चाएं भी प्रबल हो गई हैं।
सूत्रों का कहना है कि कोविड संबंधी कईं अहम मामलों में एसीएस होम व हेल्थ खुद ही फैसले लेने में जुटे हुए हैं। कोविड को लेकर राज्य स्तरीय टास्क फोर्स के गठन के साथ साथ अन्य कईं अहम बैठकों आदि को लेकर भी मंत्री को विश्वास में नहीं लिया गया, जिसके कारण मंत्री विज ने खुद पहले तो अरोड़ा से सीधे ही स्पष्टीकऱण मांग लिया, बाद में लीपापोती व हीलाहवाली देखते हुए राज्य सरकार के मुख्य सचिव विजय वर्धन को पत्र भी लिख दिया है। जिसके बाद से एसीएस मंत्री की मान मनौव्वल में जुटे हुए हैं।
दूसरी ओर केवल हेल्थ ही नहीं बल्कि गृह विभाग में भी बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों, अफसरों की अपीलें एसीएस होम के यहां पर लंबित पड़ी हुई हैं। मंत्री ने कईं बार इनके जल्द ही निस्तारण का निर्देश भी जारी किया था लेकिन यह भी नहीं किया गया। इन कारणों के अलावा अन्य भी कईं अहम कारण मंत्री विज के खफा होने के बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि सीएस को पत्र जाने के साथ ही पूरा का पूरा मामला भाजपा हाईकमान को भी अवगत कराया जा चुका है। उधर, दो दिनों से दिल्ली में व्यस्त मंत्री अनिल विज ने पूछने पर बताया कि कि इस संबंध में वे कोई भी चर्चा नहीं करना चाहते, साथ ही यह भी कहा कि लोगों को समय पर न्याय देना होगा साथ ही फाइलों का निस्तारण भी वक्त पर होना चाहिए, क्योंकि इसके अभाव में लोग व उनके परिवार परेशानी झेलते हैं।