फार्मेसी ऑफिसर की ईमानदारी : अस्पताल में गुम हुए जेवर और रुपयों से भरे बैग को महिला तक पहुंचाया
उक्त बैग गत 19 फरवरी को दवाइयों के काउंटर पर स्वास्थ्य कर्मी को मिला था। जिसमें करीब 80 हजार रुपए के सोना-चांदी के जेवर और 2500 रुपये की नकदी थी।;
हरिभूमि न्यूज : सोनीपत
नागरिक अस्पताल परिसर में 15 दिन पहले गुम हुए बैग को अस्पताल में तैनात फार्मेसी ऑफिसर चिराग आंतिल ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए उक्त महिला के पास पहुंचाया। उक्त बैग गत 19 फरवरी को दवाईयों के काउंटर पर स्वास्थ्य कर्मी को मिला था। जिसमें करीब 80 हजार रुपए के सोना-चांदी के जेवर और 2500 रुपये की नकदी थी। उस पर्स में मिली एक पर्ची पर केवल संदीप, कबीर पुर लिखा था। जिसकी तलाश के बाद बैग वापिस किया गया है।
बता दें कि करीब 15 दिन पहले 19 फरवरी को दवाइयों के काउंटर से एक बैग मिला। बैग में सामान को देखा तो उसे सोने-चांदी के आभूषण सहित नकदी मिली। काउंटर पर मौजूद चिराग आंतिल ने इस संबंध में एक बैग मालिक की तलाश शुरू कर दी। पर्स में मिली पर्ची के जरिए उसकी तलाश शुरू की। करीब 15 दिन में खोजबीन करते हुए महिला के पास पहुंचा और उसे उसका पर्स लौटाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की है। महिला व उसके परिवार ने चिराग का धन्यवाद किया और आभार प्रकट किया। वहीं, चिराग ने बताया कि वह हमेशा से लोगों की गुम हुई चीज लौटा रहा है। इससे पहले उसने 5 से 6 बार 10 हजार रुपए तक की गुम हुआ सामान लौटाया था।
काउंट पर चस्पाया था दस दिन से नोटिस
19 फरवरी को दवाइयों के काउंटर पर एक बैग मिलने के बाद 2 दिन तक बैग के मालिक का इंतजार किया गया। जब कोई वापिस नहीं लौटा तो दवाईयों के काउंटर के बाहर बैग खोने का नोटिस लगाया गया। 10 दिन तक भी बैग की पूछताछ के लिए कोई नहीं आया तो उसके बाद चिराग ने खुद ही बैग के मालिक की तलाश की कबीर पूर जाकर महिला की पहचान की और उसके बैग सौंप दिया।
बैग में थी नकदी व सोने-चांदी के आभूषण
चिराग ने बताया कि जब बैग का मालिक नहीं पहुंचा तो बैग को खोला गया। बैग के अंदर गहने व नगदी थी। उसमें सोने की बाली, अंगूठी , चांदी की पायल, चुटकी व अन्य चांदी के आभूषण तथा 2500 रुपए थे। बैग में करीब 80 हजार रुपए का सामान था।