चूरमा खाकर गायों का दूध पीता है यह घोड़ा, रंग दूध से भी सफेद
शुक्रवार को भिवानी में राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी शुरू हुई। इसमें पूरे हरियाणा के पशुपालक अपने एक से बढ़कर एक पशुपालकों को लेकर आए हुए हैं।;
हरियाणा को यूं ही दूध दही के खाणे वाला प्रदेश नहीं कहा जाता। शुक्रवार को भिवानी में राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी शुरू हुई। इसमें पूरे हरियाणा के पशुपालक अपने एक से बढ़कर एक पशुपालकों को लेकर आए हुए हैं। देसी गाय, गिर, जर्सी, साहीवाल, मुर्राह, सांड और झोटों समेत बकरी और ऊंट भी इस मेले में शिरकत कर रहे हैं। शुक्रवार को बाबा का सफेद घोड़ा भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहा।
दूध जैसा बाबा का घोड़ा
कारी गांव के महंत भी मेले में अपना घोड़ा लेकर पहुंचे हैं। सफेद घोड़ा अपनी ऊंचाई और खूबसूरती से मेले की जान बना हुआ है। बाबा ने बताया कि वो बेरी मेले से इस घोड़े को सत्तर हजार रुपये में लेकर आए थे। उनके डेरे की परंपरा है कि आठ सौ साल से महंत के साथ एक घोड़ा भी यहां रहता है। घोड़े को डेरे की गायों का दूध पिलाया जाता है और चूरमा भी इसे बहुत पसंद है। घोड़े को देखने बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं।