19 साल पहले कैसे हुई थी रणजीत सिंह की हत्या, जिसमें राम रहीम को मिलेगी सजा, जानें पूरा मामला
पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह की हत्या के मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सहित पांच लोगों को दोषी करार दिया है।;
पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह की हत्या के मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सहित पांच लोगों को दोषी करार दिया है। इनको 12 अक्टूबर को सजा सुनाई जाएगी। सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम, तत्कालीन डेरा प्रबंधक कृष्ण लाल, अवतार, जसबीर और सबदिल को दोषी करार दिया है।
शुक्रवार को गुरमीत राम रहीम और कृष्ण कुमार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए और अवतार, जसवीर व सबदिल प्रत्यक्ष रूप से कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने पहले 26 अगस्त को फैसला सुनाना था।19 साल पुराने इस मामले में बीते 12 अगस्त को बचाव पक्ष की अंतिम बहस पूरी हो गई थी। सीबीआई जज डॉ. सुशील गर्ग की अदालत में करीब ढाई घंटे बहस के बाद पांचों आरोपियों को दोषी करार दिया।
कैसे हुई थी रणजीत सिंह की हत्या
डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधन समिति के सदस्य रहे और कुरुक्षेत्र जिले के खानपुर कोलिया गांव के रहने वाले रणजीत सिंह की 10 जुलाई 2002 को हत्या हुई थी। वह अपने घर से कुछ ही दूरी पर जीटी रोड के साथ लगते अपने खेतों में नौकरों को चाय पिलाकर वापस घर जा रहे थे। हत्यारों ने अपनी गाड़ी जीटी रोड पर खड़ी रखी और वे धीरे से खेत से आ रहे रणजीत सिंह के पास पहुंचे और काफी नजदीक से उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया। गोलियों से भूनने के बाद हत्यारे फरार हो गए। सिरसा डेरे के प्रबंधन को यह शक था कि साध्वी यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी रणजीत सिंह ने अपनी बहन से लिखवाई थी। पुलिस की जांच से असंतुष्ट होकर रणजीत के पिता ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की मांग के लिए याचिका दायर की थी। तब सीबीआई ने जांच के बाद आरोपियों पर केस दर्ज किया था और 2007 में चार्ज फ्रेम किए थे। काबिलेजिक्र है कि मामले का मुख्य आरोपी गुरमीत राम रहीम रोहतक सुनारिया जेल में 2 साध्वियों के यौन शोषण आरोप में 20 साल की सजा व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहा है।