Success Story : इंस्पेक्टर रैंक की नाैकरी छोड़ बहादुरगढ़ की बेटी कनिका बनी आईएएस, UPSC में यूं हासिल किया 64वां रैंक

कनिका राठी मूल रूप से गांव खरहर की निवासी हैं। काफी वर्ष पहले इनका परिवार बहादुरगढ़ आ गया था। वर्ष 2019 में आईबी में इंस्पेक्टर रैंक की नौकरी लगी। दो साल तक नौकरी की, लेकिन मन में एक टीस सिविल सर्विस परीक्षा पास करने की थी।;

Update: 2022-05-30 13:06 GMT

हरिभूमि न्यूज : बहादुरगढ़

बचपन में एक सपना देखा था। इस सपने को पूरा करने के लिए मन लगाकर पढ़ाई की। बड़ी हुई तो अच्छी सरकारी नौकरी लगी, लेकिन सपना अधूरा था, उसे पूरा करने के लिए फिर तैयारी शुरू कर दी। तीन प्रयासों में सफलता नहीं मिली, लेकिन हार नहीं मानी। आखिरकार चौथे प्रयास में अपना सपना पूरा कर लिया। जी हां, बहादुरगढ़ की बेटी करीब 27 वर्षीय कनिका राठी ने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली है। उसे 64वीं रैंक प्राप्त हुई है। उसकी सफलता से परिजन, पड़ोसी और पैतृक गांव के लोग गदगद हैं।

कनिका राठी मूल रूप से गांव खरहर की निवासी हैं। काफी वर्ष पहले इनका परिवार यहां बहादुरगढ़ आ गया था। यहां ये दयानंद नगर में रहते हैं। तीन भाई-बहनों में मंझली कनिका ने 12वीं तक की पढ़ाई बाल भारती स्कूल से की। इसके बाद ग्रेजुएशन की। ग्रेजुएशन के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी की। वर्ष 2019 में आईबी में इंस्पेक्टर रैंक की नौकरी लगी। दो साल तक नौकरी की, लेकिन मन में एक टीस थी। वो टीस बचपन का सपना पूरा करने की थी। कनिका ने बचपन में आईएएस बनने का सपना देख था। सरकारी नौकरी लगने के बाद इन्होंने उस सपने को पूरा करने के लिए कदम आगे बढ़ाए। कोचिंग ली और खुद भी तैयारी करती रहीं। तीन प्रयासों में सफलता नहीं मिली। सफलता न मिलने पर थोड़ी मायूसी भी हुई।

चूंकि लक्ष्य निर्धारित था तो हिम्मत नहीं हारी। अंतत: चौथे प्रयास में सफलता मिली और देशभर में 64वीं रैंक हासिल कर ली। कनिका के पिता नरेश राठी इंजीनियर रहे हैं, मां नीलम अध्यापिका हैं तथा चाचा अनिल राठी छारा में एसएमओ हैं। कनिका को इन तीनों लाइनों से हटकर कुछ अलग करना था। कनिका का कहना है कि बचपन में हर कोई सपना देखता है, मैंने भी देखा था। देश की सेवा करनी है। माता-पिता और परिवार के सहयोग से आज यह खुशी मिली है। युवाओं के लिए यही संदेश है कि वे मन लगाकर पढ़ाई करें। अपने सपने को पूरा करने के लिए लक्ष्य बनाकर चले, आज न तो कल सही लेकिन सफलता जरूर मिलेगी। सोशल मीडिया का सकारात्मक इस्तेमाल करें। पिता नरेश, मां नीलम सहित अन्य परिजनों ने कहा कि उनकी बेटी ने परिवार व गांव का नाम रोशन किया है। कनिका और उसके परिवार को बधाई देने वालों का दिनभर तांता लगा रहा।

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