कोख के हत्यारों का भंडाफोड़ : अस्पताल में 23 सप्ताह की गर्भवती महिला का अवैध गर्भपात, डॉक्टर मिली नदारद
स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि कैथल के लघु सचिवालय के निकट एक अस्पताल अवैध तरीके से गर्भपात करता है।;
हरिभूम न्यूज : कैथल
कैथल के एक निजी अस्पताल में अवैध तरीके से एक महिला का गर्भपात करने का मामला प्रकाश में आया है। निरीक्षण के दौरान टीम ने छापेमारी की तो मामला सही पाया गया। पुलिस ने अस्पताल के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि कैथल के लघु सचिवालय के निकट एक अस्पताल अवैध तरीके से गर्भपात करता है। मिली सूचना के आधार पर कार्यकारी सिविल सर्जन डॉ बलविंदर गर्ग के नेतृत्व में टीम द्वारा आर्या मैटरनिटी अस्पताल कैथल में निरीक्षण किया गया।
अस्पताल में एक 23 सप्ताह की गर्भवती महिला का गर्भपात होना पाया गया। नियमानुसार अस्पताल केवल 20 सप्ताह तक के गर्भपात के लिए ही पंजीकृत था। मौके पर संबंधित डॉक्टर मौजूद नहीं थी। पूछने पर पाया गया कि वे इस समय कैथल से बाहर हैं। महिला का नाम वहां के पंजीकरण रजिस्टर में दर्ज पाया गया। कर्मचारियों द्वारा पूछे जाने के बावजूद उसका अन्य रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किया। वहां पर एक और गर्भवती महिला दाखिल थी और उसका इलाज भी रात में किया गया पाया गया। उक्त दोनों महिलाओं का इलाज किसके द्वारा किया गया जांच हेतु सिविल लाइन पुलिस स्टेशन को डॉ बलविंदर गर्ग द्वारा एमटीपी एक्ट के तहत अस्पताल के मालिक के खिलाफ एवं अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दी गई है।
डॉ अशोक सिविल सर्जन कैथल के नेतृत्व में सिर्फ 20 दिनों के कार्यकाल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले दूसरी बार रेड की गई है। इसमें सहयोग के लिए डॉ हमिता, महिला चिकित्सक एवं डॉ गौरव पुनिया को सिविल सर्जन का सहयोगी बनाया गया। गौरतलब है कि आर्या अस्पताल इससे पूर्व भी मीडिया की सुर्खियों में रहा है। इससे पूर्व भी स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा यहां पर कई बार छापेमारी कार्यवाही की गई है।