हरियाणा सिपाही भर्ती के पेपर सीटर मामले में पुलिस ने जींद के प्रवीन पर रखा 25 हजार का ईनाम
कैथल के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि प्रवीण उर्फ बिल्ला पर हरियाणा पुलिस सिपाही भर्ती परिक्षा में सीटर तैयार करने के मामले में जिला कैथल में अभियोग अकिंत है। जिसकी पुलिस को तलाश है।;
हरिभूमि न्यूज. कैथल
हरियाणा पुलिस सिपाही भर्ती पेपर सीटर मामले में फरार आरोपी प्रवीन उर्फ बिल्ला निवासी अलीपुरा जिला जींद का सुराग नहीं लग रहा है। अब एडीजीपी क्राईम हरियाणा ने आरोपी प्रवीण उर्फ बिल्ला पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि प्रवीण उर्फ बिल्ला पर हरियाणा पुलिस सिपाही भर्ती परिक्षा में सीटर तैयार करने के मामले में जिला कैथल में अभियोग अकिंत है। जिसकी पुलिस को तलाश है। एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी का पता बताने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। इस संबंध में प्रदीप ने 19 दिसंबर 2021 को सदर पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि जब वह अपने साथी सिपाही संदीप, एचजीएच कर्मबीर सिंह के साथ प्राईवेट गाडी जिसका चालक एचसी जयबीर सिंह साथ गश्त पर करनाल चौंक कैथल पर मौजूद थे।
उन्हें सूचना मिली की संजय पुत्र कृष्ण वासी छात्तर जो जेल विभाग चण्डीगढ की बुडैल जेल में हैड कलर्क के पद पर कार्यरत है और करीब एक साल से कैथल करनाल रोड़ पर गांव भैणी माजरा में अपने मकान में रह रहा है और हरियाणा सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों के स्थान पर सीटर बैठाकर परीक्षा पास करवाकर नौकरी लगवाने का काम करता है। संजय ने अपने साथ काफी इन्टेलिजैंट लड़को को अपने साथ जोड़ा हुआ है जिनसे भी संजय दूसरे के स्थान पर परीक्षा दिलवाता है और बिच में कमीशन लेकर मोटा पैसा कमा रहा है। संजय ने अपने साथी सन्दीप निवासी गांव छात्तर जिला जीन्द के हरियाणा पुलिस की परीक्षा राहुल निवासी वैष्णो नगर कालोनी बल्लभगढ से दिलवाने के लिये मोटी रंकम की एवज में कैथल में कई महीने पहले सजंय के मकान गांव भैणी माजरा में योजना बनाई थी।
योजनानुसार संजय ने एचएसएससी पंचकुला द्वारा आयोजित हरियाणा पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती होने के लिए होने वाली लिखित परीक्षा दिनांक 31.10.2021 को नारनौल रोड़ रेवाड़ी में सन्दीप के स्थान पर राहुल को बैठाकर परीक्षा दिलवाई थी तथा सजंय ने अश्वनी प्रताप सिंह निवासी सराय प्रयाग उतरप्रदेश से भी गोपाल निवासी धमतान साहिब का पेपर दिलवाया है और परीक्षा देने के लिए फर्जी दस्तावेज संजय उपरोक्त द्वारा तैयार करवाए गए थे। उपरोक्त पेपर में सन्दीप उपरोक्त राहुल उपरोक्त द्वारा परीक्षा दिए जाने के कारण पास हो गया है और सन्दीप उपरोक्त संजय व राहुल उपरोक्त को योजनानुसार पैसे देने के लिये संजय के मकान पर गांव भैणी माजरा आ रहा है तथा सारा पैसों का लेन देन संजय के मकान गांव भैणी माजरा पर होगा।
जब उसने उनके मकान पर रेड की तो मकान में बने कमरा में बैड पर बैठे हुए चार लड़कों को आपस में पैसो का लेन-देन करते हुओं को काबू किया। उनमें से एक ने अपना नाम संजय निवासी छात्तर जिला जीन्द हाल भैणी माजरा कैथल व दूसरे ने अपना नाम सन्दीप निवासी छात्तर जिला जीन्द व तीसरे ने अपना नाम राहुल निवासी वैष्णो नगर कालोनी बल्लभगढ व चौथे लड़के ने अपना नाम अश्वनी प्रताप सिहं निवासी सराय प्रयाग उतरप्रदेश बतलाया। काबू किए हुए पहले तीनों लड़कों के हाथो में नोटो के एक-एक बंडल मिले। संजय ने बतलाया कि मैने संदीप उपरोक्त का हरियाणा पुलिस में सिपाही पद का पेपर राहुल उपरोक्त से 12 लाख रुपए में डिल करके दिलवाया था। जिनमें से पेपर पास होने के बाद संदीप उपरोक्त ने सात लाख रुपए देने थे तथा फाइनल रिजल्ट में नाम आने के बाद पांच लाख रुपए देने थे। संदीप पेपर में पास हो गया है इसलिए संदीप उपरोक्त आज हमारे को योजनानुसार सात लाख रुपए देने आया है।
सजंय, राहुल व सन्दीप के पास 50-50 हजार रुपए मिले। चैक करने पर जेब में सुशील पुत्र बलवान वासी कैलरम का ओरिजनल वोटर कार्ड, आधार कार्ड व ड्राईविंग लाइसेंस, राहुल पुत्र कृष्ण वासी बाबालदाना का आधार कार्ड तथा सुमीत पुत्र दलबीर वासी छात्तर का वोटर कार्ड व सुमीत गिल पुत्र रमेश वासी अलीपुरा जिला जींद के आधार कार्ड मिले। बैग के अन्दर पंकज पुत्र विजेन्द्र वासी मालरा बास जिला महेन्द्रगढ का स्टोर कीपर टैक्निकल का एडमिट कार्ड के दो पेज तथा पोस्ट आफ असिसटेंट रेवन्यु कलर्क भर्ती परीक्षा का अशोक निवासी जामनी जिला जीन्द का एडमिट कार्ड जिस पर राहुल उपरोक्त का सत्यापित फोटो लगा हुआ एक पेज, हरियाणा पुलिस भर्ती परीक्षा के रविन्द्र निवासी बेलरखा जिला जीन्द का एडमिट कार्ड जिस पर राहुल का सत्यापित फोटो लगा हुआ है। एक पेज संजीत निवासी कैलरम जिला कैथल के एडमिट कार्ड की प्रति जिस पर भी राहुल का फोटो लगा हुआ है। एक पेज नवीन निवासी काब्रच्छा जिला जीन्द का एड़मिट कार्ड जिस पर राहुल का फोटो लगा हुआ है रिकवर हुआ है। बाद में मामले में पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।