छठी कक्षा में होगें व्यवसायिक पाठ्यक्रम व 8 से 11वीं के विद्यार्थी चुन सकेंगे खुद का विषय
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई नीति में बच्चों के बचपन(childhood) से ही उनके सर्वांगीण विकास की नींव मजबूत हो, इसके लिए 5वीं कक्षा तक प्री-स्कूल अवधारणा लागू की गई है। अब स्कूल शिक्षा का ढांचा 5+3+3+4 स्तर का होगा।;
चंडीगढ़। हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल (Kanwar Pal) ने कल केन्द्रीय मंत्रिमण्डल द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को मंजूरी प्रदान करने के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति के माध्यम से भारत को पुन: विश्वगुरू बनाने की दिशा में एक नया अध्याय जोड़ा है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई नीति में बच्चों के बचपन से ही उनके सर्वांगीण विकास की नींव मजबूत हो, इसके लिए 5वीं कक्षा तक प्री-स्कूल अवधारणा लागू की गई है। अब स्कूल शिक्षा का ढांचा 5+3+3+4 स्तर का होगा। छठी कक्षा से व्यावसायिक पाठ्यक्रम उपलब्ध होंगे और 8वीं से 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को विषय चुनने का विकल्प मिलेगा।
12वीं कक्षा से स्नातक तक का स्तर रहेगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में नया अध्यापक प्रशिक्षण बोर्ड गठित (Constituted) करने का जिक्र किया गया है, जिसमें देश में सभी प्रकार के अध्यापक होंगे। वैश्विक परिदृश्य के अनुरूप देश में न केवल विद्यार्थी, बल्कि अध्यापक भी तैयार होंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते देश में शिक्षण संस्थान बंद होने से ई-लर्निंग के माध्यम से बच्चों के पाठ्यक्रम पूरे करवाए गए, यह भी इस नीति में शामिल है। उन्होंने कहा कि अध्यापक शिक्षण के लिए एक नया और व्यापक राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचा तैयार किया जाएगा।
इसी प्रकार, स्कूली शिक्षा के लिए राज्य स्वतंत्र रूप से स्टेट स्कूल स्टैंडडर्स अथॉरिटी गठित कर सकेंगे। इसके साथ उच्चतर शिक्षण संस्थानों की तर्ज पर स्कूल गुणवत्ता आकलन एवं प्रत्यायन संरचना विकसित की जाएगी।