मंत्री विज ने किया लोकार्पण : हरियाणा के इस जिले में उठाएं दो झीलों का आनंद, बोटिंग की भी मिलेगी सुविधा

गृहमंत्री अनिल विज ने भव्य अंदाज में सरदार पटेल पार्क व गजराज पार्क में बनी अंबा झील का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं के पूरा होने के बाद राज्य के साथ पड़ोसी राज्यों से भी लोग यहां पर घूमने के लिए आया करेंगे।;

Update: 2021-12-19 12:19 GMT

हरिभूमि न्यूज : अंबाला

अंबाला के कैंटोनमेंट बोर्ड भी अब पिकनिक स्पॉट की तर्ज पर विकसित हो रहा है। सैलानियों की लिहाज से रविवार को यहां दो नई ( Lake ) झीलों का लोकार्पण हुआ। इन झीलों में परिवार के साथ आने वाले लोगों के लिए बोटिंग की सुविधा भी होगी। बोर्ड अधिकारियों की मानें तो बोटिंग के साथ झीलों में मनोरंजन के लिए कई दूसरी सुविधाओं की भी व्यवस्था की जा रही है। गृहमंत्री अनिल विज ( Anil Vij ) ने भव्य अंदाज में सरदार पटेल पार्क व गजराज पार्क में बनी अंबा झील का लोकार्पण किया। इससे पहले यहां पहुंचने पर छावनी बोर्ड के अध्यक्ष ब्रिगेडियर आरएस मथारू व सीईओ अनुज गोयल ने विज का पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन किया।

विज ने इस मौके पर कहा कि छावनी में पयर्टन की दृष्टि से विकास कार्यों को तेजी से करवाने का काम किया जा रहा है। अब इसमें दो झीलों के लोकार्पण के प्रोजेक्ट भी जुड़ गए हैं। उन्होंने दावे से कहा कि परियोजनाओं के पूरा होने के बाद राज्य के साथ पड़ोसी राज्यों से भी लोग यहां पर घूमने के लिए आया करेंगे। उन्होंने बताया कि इससे पहले उन्होंने छावनी बोर्ड में अटल झील का उद्घाटन किया था। वह बहुत सुन्दर झील बनाई गई है। इसके पास ही छावनी बोर्ड झील परेड में बनाई गई है जो कि बहुत सुंदर हैं। इस बहुत पुराने पार्क यानि सरदार पटेल पार्क में सरदार पटेल की जितनी गहरी सोच थी उसी के अनुरूप यहां पर गहरी झील बनाई गई हैं। जिसमें जल प्रवाह के प्रबंध के साथ-साथ नौकायान की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।

कांग्रेस के जन्म से पहले लड़ी गई आजादी की लड़ाई

विज ने यहां कांग्रेस पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि सन 1857 की आजादी की पहली लड़ाई की शुरूआत अंबाला से हुई थी। मेरठ से 10 घंटे पहले अंबाला में क्रांति का बिगुल बज गया था। इतिहास की ये बातें किसी कारणवश हमें बताई नहीं गई और आजादी के बाद जिस पार्टी के हाथ में देश की बागडोर दी गई उन्होंने लोगों को यहीं बताया कि आजादी की लड़ाई कांग्रेस ने लड़ी थी। कांग्रेस के जन्म से 28 साल पहले ही सन 1857 मे आजादी की पहली लड़ाई लड़ी गई थी। गृहमंत्री ने कहा कि इतिहासकार बताते थे कि हमारे सैनिकों को पेड़ से बांधकर गोली मार दी गई थी। मेरे संज्ञान में जब एक इतिहासकार ने इस बारे बताया और इससे जुड़ी बुकलेट दिखाई तो विधानसभा में मैंने आवाज उठानी शुरू कर दी थी। आजादी से जुड़े वीर शहीदों के लिए स्मारक बने,इसके लिए उन्होंने आवाज उठानी शुरू की थी। कांग्रेस राज में भी इस बात को बड़ी मजबूती से रखा। कांग्रेस को भी सोचना पड़ा कि स्मारक बनाया जाए लेकिन उन्होंने केवल घोषणाएं ही की लेकिन स्मारक नहीं बनाया। हमारी सरकार आते ही इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलवाई। 

कोरोना वॉरियर्स को किया सम्मानित

इस अवसर पर छावनी बोर्ड के अध्यक्ष ब्रिगेडियर आरएस मथारू व सीईओ अनुज गोयल ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर गृह मंत्री अनिल विज ने कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर विशाल गुप्ता, डॉ. रविंद्र कपूर, डॉ. जितेन्द्र अग्रवाल को भी सम्मानित करने का काम किया। 

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