इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी बोले- सरपंचों से पहले सांसदों व विधायकों पर लागू हो राइट टू रिकॉल
नफे सिंह राठी ने कहा कि प्रदेश में अपने हकों के लिए उठी हर आवाज को प्रदेश सरकार लाठी चार्ज से दबाना चाहती है। हरियाणा सरकार बातचीत में नहीं, बल्कि लाठी चार्ज में यकीन करती है।;
हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़ : इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने राइट-टू-रिकॉल व ई-टेडरिंग के विरोध में पंचकूला में आंदोलन कर रहे सरपंचों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार तानाशाही पर उतर आई है। किसानों, बेरोजगार युवाओं, कर्मचारियों के बाद अब सरपंचों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है।
पूर्व विधायक नफे सिंह राठी ने कहा कि प्रदेश में अपने हकों के लिए उठी हर आवाज को प्रदेश सरकार लाठी चार्ज से दबाना चाहती है। हरियाणा सरकार बातचीत में नहीं, बल्कि लाठी चार्ज में यकीन करती है। अगर भाजपा में राइट-टू-रिकॉल लाने की इतनी ही जल्दी है, तो पहले लोकसभा और फिर विधानसभा में लागू करे। स्वस्थ लोकतंत्र में यह जरूरी है कि पारदर्शिता रखी जाए, लेकिन पारदर्शिता केवल दूसरों तक सीमित रखना अनुचित है।
उन्होंने कहा कि ई-टेंडरिंग को खारिज कर चुनी हुई पंचायतों को अधिकार दिया जाना चाहिए। इससे पहले भी हरियाणा सरकार किसान, बेरोजगार युवाओं और किसानों पर लाठी चार्ज कर चुकी है। नफे सिंह राठी ने कहा कि भाजपा सरकार से प्रदेश का हर वर्ग परेशान हो चुका है। जनता भाजपा को सत्ता से उखाड़कर इनेलो की सरकार बनाएगी और प्राथमिकता के आधार पर जनता की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।