ऑनलाइन मनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय तीज मेला, जूम एप व फेसबुक पर जुड़ेंगे लोग

उजमा बैठक के अथक प्रयासों से मेले में टैक्सास, लंदन, पेरिस, बेलफ़ास्ट, ऐम्सटरडैम, दुबई, मॉस्को, मेलबर्न, ब्रिस्बेन, ब्रुसेल्स जैसे अंतर्राष्ट्रीय शहरों से लेकर इंडिया में रोहतक, कुरुक्षेत्र, हिसार, जिंद, गुड़गांव, दिल्ली, सोनीपत, दादरी, सिरसा, पंचकूला, फरीदाबाद, मथुरा, शामली व् चंडीगढ़ आदि से लोग लाइव जुड़ने जा रहे हैं।;

Update: 2020-07-22 08:55 GMT

रोहतक।  कोविड-19 ने एक तरफ जहां इतनी उदासी व हताशा दी है वहीं इसने त्योहारों को मनाने के नए-नए तरीकों को लोगों को दिए हैं। जिसमें 23 जुलाई को तीज का त्योहार जूम व प्लस फेसबुक पर उजमा बैठक द्वारा दोपहर 1 बजे से ऑनलाइन मनाया जा रहा है, जिसमें तकरीबन 25 नेशनल व इंटरनेशनल लोकेशंस से लोग टीमों व व्यक्तिगत रूप से भाग लेने जा रहे हैं। उजमा बैठक के अथक प्रयासों से मेले में टैक्सास, लंदन, पेरिस, लिल्ल, बेलफ़ास्ट, ऐम्सटरडैम, दुबई, मॉस्को, मेलबर्न, ब्रिस्बेन, ब्रुसेल्स जैसे अंतर्राष्ट्रीय शहरों से लेकर इंडिया में रोहतक, कुरुक्षेत्र, हिसार, जींद, गुड़गांव, दिल्ली, सोनीपत, दादरी, सिरसा, पंचकूला, फरीदाबाद, मथुरा, शामली व चंडीगढ़ आदि से लोग लाइव जुड़ने जा रहे हैं। 

उजमा बैठक, जो कि उत्तर-पश्चिमी भारत में पाई जाने वाली उदारवादी जमींदारी सभ्यता के लोगों की धर्म-जाति-वर्ण विहीन संस्था है के संचालक बताते हैं कि मेला मनाने की प्रेरणा के पीछे धरातल से जुड़े तीज मनाने के शुद्ध व वास्तविक तौर-तरीकों को एक बैटन के रूप में युवा पीढ़ी को सौंपने की ललक है| हमारे तीज-त्योहारों को बारीकी से देखें को इसमें बहुत सराहनीय जेंडर सेंसिटिविटी छुपी हुई है। आप देखें तीज पर कहीं भाई, बहनों की कोथलियां देने की दौड़-धुप में व्यस्त दिखेंगे तो कहीं देवर, भाभियों को पींघों पर झुलाने में मशगूल तो कहीं पहली ब्याहता के संधारे पहुंचाते ससुर चहल-कदमी में दिखेंगे। घर की औरतें अपने बेटों-पतियों-भाइयों के इन स्नेहों से आल्हादित हो उमंग में भरी-भरी जाती हैं|

"दादा नगर खेड़े की धोक-ज्योत' से शुरू किया जाएगा

अत: यह जेंडर सेंसिटिविटी से ले उत्तरी-पश्चिमी भारत के इस सबसे बड़े त्योहार की धमक हर आयु वर्ग की धमनियों में नए जोश व संदेश के साथ संचारित करने हेतु आप सब भी जुड़ें। संचालकों से बात करने पर पता लगा कि यह कार्यक्रम सर्वखाप की उपस्तिथि व अनुमति से "दादा नगर खेड़े की धोक-ज्योत' से शुरू किया जाएगा, जो कि फिर से देखा जाए तो शुद्ध उदारवादी जमींदारी कल्चर की टकसाल कहे जाते हैं। यह प्राचीनतम से ले नवीनतम मान्यताओं-कलाओं-परम्पराओं का विहंगमकारी संगम देखते ही बनता है कि एक तरफ इन मान्यताओं की जननी यानि उत्तर-पश्चिमी भारत इनका केंद्र-बिंदु है तो दूसरी तरफ अमेरिका-फ्रांस-इंग्लैंड-बेल्जियम-नीदरलैंड-यूएई-सऊदी अरब-रूस-ऑस्ट्रेलिया जैसे विभिन्न विदेशों में बैठे एनआरआई व कई एनआरआई अस्सोसिएशन्स जैसे कि हरित, यूएसए; हरयाणा वेलफेयर एसोसिएशन, ऑस्ट्रेलिया; बड़ी कामयाबी, दुबई व सीन से गंगा, फ्रांस; भारत से सपोर्ट कर रही जेसीआई इंडिया, विरासत, दी हेरिटेज विलेज इंडिया, हरयाणा स्वाभिमान सभा इंडिया, यूनियनिस्ट मिशन इंडिया, जमींदारा स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन इंडिया के सुर-में-सुर व लय-में-लय जोड़ेंगे। इनके अतिरिक्त व्यक्तिगत स्तर पर देखा जाए तो हरयाणवी आर्ट-कल्चर-थिएटर-सिनेमा से ब्यूरोक्रेसी, सामाजिक परिवेश व खेल-जगत की भी कई नामी-गिरामी हस्तियां इस मेले को अपनी गरिमामयी उपस्थिति से शोभायमान करने जा रही हैं|

 रोहतक को मेले का केंद्रबिंदु रखा गया 

इस मेले की जो एक और बड़ी विशेषता है वह यह कि इस मेले पर विविध परिवेशों व आयामों की पहुंची हुई हस्तियों का सानिध्य व सहभागिता है, जो कि मेले को मनाने हेतु बनी 25 रीजनल व इंटरनेशनल टीमों में अपना मार्गदर्शन समेत योगदान दे रहे हैं। रोहतक को मेले का केंद्रबिंदु रखा गया है।  इन टीमों में मेला इंचार्ज सुरेश देशवाल जी, मेले की एडमिन व टेक्निकल टीम में सर अनूप लाठर, डॉ. महा सिंह पूनिया, फूल कुमार मलिक फ्रांस, अनिल राठी अमेरिका, मंजीत साहू ऑस्ट्रेलिया, सविता धनखड़ अमेरिका, पंकज सांगवान, विकास मलिक, प्रवेश नरवाल के साथ-साथ मेले की रीजनल टीमों में रोहतक टीम से रघुवेन्द्र मलिक जी, सर रामफल चहल , सर जगबीर राठी, सर धर्मपाल मलिक, गीता गिल हुड्डा जी, कैप्टेन जगबीर मलिक, एकता नरवाल; मुंबई टीम से मैडम सुमित्रा हुड्डा पेडनेकर; अमेरिका टीम से संदीप श्योराण, भरत ठाकरान, सुमन ग्रेवाल जी; हिसार टीम से मैडम अर्चना सुहासिनी, ओमपति, दर्शना, अनारकली, परवीन, गुड्डी; आयरलैंड टीम से राजेश गुलिया जी; कुरुक्षेत्र टीम से मैडम संतोष दहिया, जींद टीम से संदीप रोहिल्ला, सुभाष श्योराण, मनोज जुलानी, पवन मलिक; इंग्लैंड टीम से कृष्णा डबास जी, मैडम सरला चौधरी, सरोज दहिया जी, सुमन दहिया जी, योगिता बांगड़, कुलदीप अहलावत जी, प्रवीण रानी मलिक जी; सिरसा टीम से रमेश चहल जी, बिन्द्र दनौदा जी; चंडीगढ़ टीम से जंगबीर गोयत जी, एडवोकेट सुखबीर हुड्डा; गुड़गांव टीम से मैडम देविका बड़क सिवाच, सुमन हुड्डा जी, मैडम सुनीता कटारिया; फ्रांस टीम से मैडम सविता जाखड़, पंकज  शर्मा, महावीर मलिक, भूपेंद्र दहिया, राहुल मलिक; ऑस्ट्रेलिया टीम से मैडम नीतू सुहाग मलिक; पंचकूला टीम से मैडम ऊषा शर्मा, मैडम सुनीता धारीवाल जांगीड़; शामली टीम से विकास पंवार जी; चरखी-दादरी टीम से राकेश सांगवान जी; यूनिटेड अरब अमीरात टीम से दिनेश कुमार जी, नेपाल सहरावत जी, रूस टीम से डॉ. किशोर रेपस्वाल; मथुरा टीम से कपिल सिंह; हांसी टीम से सर बलराज सिंह मलिक; नीदरलैंड टीम से मंजीप गोयत; नई दिल्ली टीम से मीत मान जी; सोनीपत टीम से शालू पहल, गीतू परी जी व फरीदाबाद टीम से कृषणपाल आज़ाद अपने-अपने कार्यक्रमों की प्रस्तुति के जरिए मेले की सफलता हेतु तैयारियां जोरों-शोरों से चलाए हुए हैं।   

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