आईटीआई छात्रा ने ज्ञानी चोर की बावड़ी के कुएं में छलांग लगाकर की आत्महत्या

शनिवार सुबह पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से कुएं में कांटे डालकर शव को ढूंढा तो शव कांटे में उलझ गया। उसके बाद शव को बाहर निकाल लिया गया। पुलिस ने छात्रा के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रोहतक पीजीआई भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा;

Update: 2022-05-07 06:04 GMT

हरिभूमि न्यूज : महम

राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान महम की एक छात्रा शुक्रवार दोपहर बाद से लापता थी। पुलिस ने आज उसका शव महम में स्थित ज्ञानी चोर की बावड़ी के कुएं से बरामद किया है। भिवानी जिले के बडेसरा गांव की एक 19 वर्षीय युवती महम आईटीआई में ड्राफ्समैन की ट्रेनिंग करती थी। ट्रेनिंग का उसका दूसरा यह दूसरा साल था। कल सुबह उसका पिता अपनी बेटी को बडेसरा गांव से बाइक पर बैठाकर महम आईटीआई में छोड़कर गया था। वह ढाई बजे संस्थान से छुट्टी लेकर बाहर आ गई। शाम पांच बजे छुट्टी होने के बाद भी जब वह घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। देर शाम किसी ने उसका बैग व सेंडिल ज्ञानी चोर की बावड़ी के कुंए के पास रखे हुए मिले। उधर इसकी सूचना युवती के परिजनों को भी पहुंच गई। परिजन मौके पर पहुंचे। परिजनों ने बैग व चप्पल पहचान ली। मौके पर पुलिस भी बुलाई गई। पुलिस ने छात्रा के बैग में उसका आधार कार्ड भी मिला। रात को कुएं में युवती की तलाश की गई। लेकिन अंधेरा होने की वजह से उसका शव बरामद नहीं हो सका।

शनिवार सुबह पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से कुएं में कांटे डालकर शव को ढूंढा तो शव कांटे में उलझ गया। उसके बाद शव को बाहर निकाल लिया गया। पुलिस ने छात्रा के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रोहतक पीजीआई भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा। हालांकि छात्रा के परिजनों का कहना है कि छात्रा को लो बीपी की शिकायत थी। जिसके कारण व डिप्रेशन में भी रहती थी। छात्रा का मानसिक रोग का उपचार भी चल रहा था। पुलिस हर पहलू की गहराई से जांच में जुट गई है।


 महम : मौके पर कागजी कार्रवाई करती महम पुलिस।


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