जींद : गांव हाट के नायब सूबेदार जसमेर हिमाचल में शहीद, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
नायब सूबेदार जसमेर सिंह (40) हिमाचल के धर्मशाला में तैनात थे। जहां ड्यूटी के दौरान उनकी हालत खराब हो गई। उन्हें तत्काल अस्पताल में ले जाया गया और डाक्टरों ने काफी प्रयास किए लेकिन उनके प्रयास विफल रहे और वे शहीद हो गए।;
हरिभूमि न्यूज : सफीदों ( जींद )
गांव छाप्पर के बाद गांव हाट का एक और जवान नायब सूबेदार जसमेर सिंह ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। जाट रेजिमेंट के नायब सूबेदार जसमेर सिंह को पूरे राजकीय सम्मान के साथ शनिवार को गांव हाट के श्मशान घाट में अंतिम विदाई दी गई। नायब सूबेदार जसमेर सिंह (40) हिमाचल के धर्मशाला में तैनात थे। जहां ड्यूटी के दौरान उनकी हालत खराब हो गई। उन्हें तत्काल अस्पताल में ले जाया गया और डाक्टरों ने काफी प्रयास किए लेकिन उनके प्रयास विफल रहे और वे शहीद हो गए। जसमेर सिंह का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर गांव में पहंुचा तो समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
जसमेर सिंह के निवास पर सैंकड़ों की तादाद में शोकग्रस्त लोग पहुंचे। सेना की एक टुकड़ी नायब सूबेदार जसमेर सिंह का पार्थिव शरीर लेकर गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने जसमेर सिंह अमर रहे के गनभेदी नारे लगाए। जाट रेजीमेंट से आई सेना की टुकड़ी ने शस्त्र झुकाकर व मातमी धून बजाकर अपने साथी को अंतिम विदाई दी। वहीं सफीदों हलका के विधायक सुभाष गांगोली, पूर्व विधायक जसबीर देशवाल व सदर थाना प्रभारी राजेश कुमार शर्मा ने पहुंचकर शहीद पुष्पचक्र शहीद नायब सूबेदार जसमेर सिंह को पुष्पचक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि जसमेर सिंह वर्ष 2002 में जाट रेजीमेंट में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे। हिमाचल के धर्मशाला में ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई। उनको अस्पताल में ले जाया गया जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
दो दिन में दो जवान शहीद
पिछले दो दिनों में सफीदों उपमंडल के दो जवान ड्यूटी के दौरान शहीद हो चुके हैं। जहां आज शनिवार को गांव हाट में शहीद जसमेर सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं एक दिन पूर्व शुक्रवार को उपमंडल के गांव छाप्पर के जवान नायब सूबेदार सर्वजीतपाल सिंह का गांव में अंतिम संस्कार किया गया था। नायब सूबेदार सर्वजीतपाल सिंह की भी अचानक तबीयत खराब हुई थी और इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया था। नायब सूबेदार सर्वजीतपाल सिंह राजस्थान के जोधपुर में तैनात थे।