कैथल : किसान के बेटे अंकित बेनीवाल ने बिना कोचिंग पास की एचसीएस परीक्षा
अंकित ने बताया कि उन्होंने परीक्षा को लेकर कहीं भी दिल्ली या चंडीगढ़ से किसी तरह की कोचिंग नहीं ली। शुरू से ही वे सेल्फ स्टडी पर निर्भर थे। उन्होंने सोशल मीडिया यू-टयूब व फेस बुक का भी सहारा लिया। उसने अपने नोट्स तैयार किए तथा निर्धारित ढंग से तैयारी की।;
हरिभूमि न्यूज. कैथल। उड़ान हौसलों से होती है पंखों से नहीं। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बूढाखेड़ा गांव के किसान राजकपूर के बेटे अंकित बेनीवाल ने। अंकित ने 6 फरवरी को घोषित, एचसीएस की परीक्षा उत्त्तीर्ण कर न केवल अपने माता-पिता बल्कि गांव व जिले का नाम रोशन किया है। जैसे ही ग्रामीणों को अंकित के चयन होने का पता चला, तो उनके घर बधाई देने वालों का तांता लग गया। खुशी के मारे उसके पिता राजकपूर बेनीवाल और मां सुनीता के पांव जमीन पर नहीं टिक रहे थे। अंकित का बड़ा भाई अमन डिफेंस में कार्यरत है।
हरिभूमि से बातचीत में अंकित बेनीवाल ने बताया कि उनकी 12वीं तक की पढ़ाई शिव शिक्षा निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल सांगन से हुई। वहां उनकी अच्छी नींव रखी गई। इसके बाद 2020 में कैथल के आरकेएसडी कालेज से बीएससी की। इसके उपरांत उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरूक्षेत्र में एमए समाज शास्त्र में दाखिला लिया। 2022 में उन्होंने समाज शास्त्र में अपनी शिक्षा पूरी की। इसके साथ-साथ ही वे यूपीएससी की तैयारी में भी जुटे थे।
प्रतिदिन 8-10 घंटे की तैयारी
अंकित ने बताया कि उन्होंने परीक्षा को लेकर कहीं भी दिल्ली या चंडीगढ़ से किसी तरह की कोचिंग नहीं ली। शुरू से ही वे सेल्फ स्टडी पर निर्भर थे। उन्होंने सोशल मीडिया यू-टयूब व फेस बुक का भी सहारा लिया। उसने अपने नोट्स तैयार किए तथा निर्धारित ढंग से तैयारी की। उसने बताया कि उसने पहले ही प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण की है। उसने बताया कि 2021 में आईएएस बनने वाले राजस्थान के रवि कुमार सिहाग से उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। अंकित ने बताया कि उच्च शिक्षा के साथ-साथ एचसीएस की परीक्षा के लिए पैसे व भरपूर समय की जरूरत होती है। उसके परिजनों ने उसका पूरा साथ दिया।
सोशल मीडिया का किया सदुपयोग
अंकित ने बताया कि यदि सोशल मीडिया का सही उपयोग किया जाए, तो इससे फायदा उठाया जा सकता है। उन्होंने सोशल मीडिया का कम प्रयोग किया। यू-ट्यूब डिकेटी-दिल्ली नाॅलेज ट्रेक से उन्हें अच्छी जानकारी मिली।
जनता के हित होंगे सर्वोपरि
अंकित ने बताया कि बतौर एचसीएस अधिकारी उनका लक्ष्य जनहितों पर रहेगा। गरीब व्यक्ति तक योजनाओं को पहुंचाना व उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करें।