Karnal : सीआरपीएफ में तैनात एएसआई की हृदय घात से मौत

  • राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार, दी गई शहीद को मुखाग्नि
  • जिले के गणमान्य व्यक्तियों ने शहीद को दी श्रद्धांजलि
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Update: 2023-12-03 14:47 GMT

Karnal : चुनावी ड्यूटी के दौरान मणिपुर के मिजोरम में सीआरपीएफ में एएसआई के पद पर तैनात राजपाल की हृदय घात से मौत हो गई। शहीद स्टोर रूम इंचार्ज के पद पर सेवारत थे, जिनकी अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें लवंग तलाई अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया। घटना 30 नवंबर की है, जिसे रविवार को पैतृक गांव सांभली में लाया गया। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

सेना के अधिकारी ने बताया कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार राजपाल करीब साढे 48 वर्ष के थे, जो 1994 में सेना में भर्ती हुए थे। करीब 30 वर्ष सेवाएं देने के बाद अब वह शहीद हो गए। जवान अपनी ड्यूटी के प्रति हमेशा ईमानदार रहे हैं। समय की पाबंदी उनकी आदतों में शुमार थी। दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीएससी की पढ़ाई कर रहे शहीद के बेटे राहुल ने अपने पिता को मुखग्नि दी। वह उनके पार्थिव शरीर से लिपटकर खूब रोया। उनकी अंतिम विदाई में शामिल हर आंख रोई। पत्नी संतोष भी पति की शहादत पर बदहवास हो रही थी। ग्रामीण व सगे संबंधी शोक संतप्त परिवार का ढांढस बंधा रहे थे। भारत माता की जय व वंदे मातरम के जय घोष के साथ शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई। सेना के जवानों ने उन्हें सलामी देकर हवाई फायर किया। वहीं सेना के अधिकारियों ने शाहिद के शरीर से लिपटा तिरंगा उसके बेटे के सुपुर्द किया। 

दो माह की छुट्टी हुई थी सैंक्शन

राजपाल ने सेना के अधिकारियों को दो मां की छुट्टी के लिए आवेदन दिया था। उनकी छुट्टी चुनाव के बाद मंजूर हो गई थी। जिसे चुनाव के बाद घर आना था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। राजपाल की जगह घर पर उसका पार्थिव शरीर आया। हालांकि बीते सप्ताह परिवार के लोगों से उसकी बात हुई थी जिसमें उसने जल्द घर आने की बात कही थी। शहीद की बेटी कनाडा में पढ़ाई बेस पर गई हुई है। जबकि बेटा दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है। जो अपनी दोनों संतानों को पत्नी संतोष देवी के भरोसे छोड़ गया।

उनकी अंतिम विदाई पर हर आंख रोई

राजपाल के पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही गांव में चित्कार मच गया। घटना से हर कोई क्षुब्ध था। परिजनों के आंसू रोके नहीं रुक रहे थे। उनकी अंतिम विदाई पर कई सामाजिक व राजनीतिक लोगों ने भाग लिया। भाजपा जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा, विधायक धर्मपाल गोंदर व पूर्व विधायक भगवान दास कबीर पंथी पहुंचे। उन्होंने शहीद के चरणों में पुष्प चक्र अर्पित किए। वही उनकी शहादत को देश व परिवार के लिए भारी क्षति बताया, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती । उन्होंने भगवान से पीड़ित परिवार को दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।

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