Kisan Mahapanchayat : करनाल महापंचायत में पहुंच सकते हैं असमाजिक तत्व, DGP Office से रिपोर्ट जारी, चढ़ूनी बोले- जो हथियार लाए हैं मंच पर आ जाएं
महापंचायत को लेकर डीजीपी कार्यालय की तरफ से रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि ग्राउंड इंटेलीजेंस रिपोर्टों से संकेत मिला है कि लाठी, जेली, लोहे की राॅड आदि से लैस कुछ तत्व रंभा से, कुछ निसिंग से और कुछ अन्य स्थानों से अनाज मंडी पहुंचे हैं।;
किसानों और पुलिस के बीच 28 अगस्त को हुई झड़प के विरोध में करनाल की अनाज मंडी में किसानों की महापंचायत शुरू हो गई है। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम चढूनी समेत राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव भी मंच पर पहुंच गए हैं। महापंचायत में हजारों किसान पहुंचे हैं। वहीं करनाल में बारिश भी हो रही है जिसके बीच ही महापंचायत शुरू की गई। पुलिस ने भी अनाज मंडी के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है। करनाल में पुलिस व अर्धसैनिक बलों की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं। जमीन से लेकर आसमान तक पुलिस की नजर है।
वहीं डीजीपी कार्यालय की तरफ से रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि ग्राउंड इंटेलीजेंस रिपोर्टों से संकेत मिला है कि लाठी, जेली, लोहे की राॅड आदि से लैस कुछ तत्व रंभा से, कुछ निसिंग से और कुछ अन्य स्थानों से अनाज मंडी पहुंचे हैं। उनकी ओर से अच्छे इरादे नहीं दिखते हैं। पुलिस और प्रशासन ने उन किसान नेताओं से बात की है जिन्होंने ऐसे तत्वों को कार्यक्रम स्थल छोड़ने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वे अपने नेताओं की एक नहीं सुन रहे हैं। करनाल जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा ऐसे शरारती तत्वों को कानून हाथ में न लेने और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने की चेतावनी दी जा रही है। ऐसे सभी तत्वों से कानून के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा।
चढ़ूनी बोले- जो हथियार लेकर आए हैं मंच पर आ जाएं
भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने मंच से ही लोगों की राय मांगी। चढ़ूनी ने कहा कि प्रशासन ने हमें बातचीत के लिए बुलाया है। उन्होंने लोगों से पूछा कि हमें लघु सचिवालय की ओर कूच करना चाहिए या नहीं। इस पर कुछ लोगों ने उनका समर्थन किया तो कुछ ने इसे नकार दिया। इस दौरान चढ़ूनी ने कहा कि हमें सूचना मिली है कि कुछ लोग यहां हथियार लेकर आए हैं। अगर ऐसा है तो उन लोगों को मंच पर लाया जाए। जो लोग हथियार लेकर आए हैं। वो हमारे दुश्मन हैं। हमें किसी से लड़ाई नहीं करनी है और शांति बनाए रखनी है। उधर प्रशासन ने भी 11 सदस्यीय कमेटी को बातचीत करने के लिए जिला लघु सचिवालय में बुलाया है। जिनमें मुख्य रूप से कमेटी में शामिल नेता राकेश टिकैत, जोगेंद्र उग्राहा , विकास सीसर, दर्शनपाल, चढुनी, योगेंद्र यादव, राजेवाल, दल्लेवाल, रामपाल चहल, इंद्रजीत कामरेड इत्यादि शामिल हैं।
अनिल विज और जेपी दलाल बोले : क़ानून हाथ में ना लें
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने करनाल में किसान महापंचायत पर कहा कि प्रशासन के पुख़्ता बंदोबस्त हैं। किसी को भी क़ानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। हमारी किसान भाइयों से अपील भी है कि वो अपनी जनसभा करना चाहते हैं तो करें। परन्तु शांतिपूर्ण तरीके से करें। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि अगर किसान शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करते हैं तो किसी को दिक़्क़त नहीं होगी। किसान जत्थेदार और नेताओं से प्रार्थना है कि अभी हरियाणा में आंदोलन की ज़रूरत नहीं है क्योंकि 3 कृषि क़ानून अभी लागू नहीं हैं।