Kurukshetra : फिर तबाई मचाने की तरफ बढ़ रही मारकंडा, बह रहा 14811 क्यूसिक पानी
मारकंडा नदी एक बार फिर अपना कहर बरपाने की तरफ बढ़ रही है। बुधवार सुबह मारकंडा नदी का जलस्तर पुन: बढ़ता नजर आया। कालाअंब में हुई बरसात के बाद पहले अम्बाला के मुलाना और उसके बाद शाहाबाद में मारकंडा नदी का जलस्तर हर घंटे बढ़ता जा रहा है।;
Kurukshetra : मारकंडा नदी एक बार फिर अपना कहर बरपाने की तरफ बढ़ रही है। बुधवार सुबह मारकंडा नदी का जलस्तर पुन: बढ़ता नजर आया। कालाअंब में हुई बरसात के बाद पहले अम्बाला के मुलाना और उसके बाद शाहाबाद में मारकंडा नदी (Markanda River) का जलस्तर हर घंटे बढ़ता जा रहा है। गेज रीडर रविंदर से मिली जानकारी के मुताबिक हिमाचल के कालाअंब में मंगलवार रात 12:35 बजे मारकंडा नदी में 41 हजार 439 क्यूसिक पानी आंका गया था, जिसके बाद बुधवार को सुबह 8 बजे 30 हजार 740 क्यूसिक पानी आंका गया था और दोपहर 3:00 बजे मुलाना में पानी बढ़कर 38 हजार 239 क्यूसिक हो गया।
जानकारी अनुसार मारकंडा नदी का पानी मुलाना के बाद रास्ते में अम्बाला के गांव हेमामाजरा में बांध कटे होने की वजह से पानी बाहर खेतों में बह गया और शाहबाद में दोपहर 3 बजे तक 14 हजार 811 क्यूसिक पानी नदी में बह रहा है। गेज रीडर रविंदर ने बताया कि फिलहाल कालाअंब में बारिश बंद है, लेकिन शाहाबाद मारकंडा नदी में अभी जलस्तर बढ़ रहा है। नदी के साथ लगते गांव कठवा और डेरा बाजीगर में पानी घुसना शुरू हो गया है। शाहाबाद शहर को बांध मजबूत होने के चलते 35 हजार क्यूसिक तक कोई खतरा नहीं है, मगर अम्बाला के गांव हेमामाजरा में कटे बांध से 13 हजार क्यूसिक से ऊपर होने के बाद ही पानी गांव गल्हेड़ी, तंदवाल और तंदवाली के खेतों के रास्ते शाहाबाद के गांव पाडलू में दस्तक देता है। उसके बाद गांव रावा, जोगी माजरा और अनाज मंडी के रास्ते शाहाबाद की अटारी कालोनी और हुडा में प्रवेश कर जाता है और बाढ़ का कारण बनता है। मारकंडा में बढ़ता जलस्तर फिर बाढ़ की तरफ इशारा कर रहा है।