महाभारत की थीम पर बनाया जा रहा यह रेलवे स्टेशन, देश के बड़े स्टेशनों को देगा टक्कर
कुछ ही दिनाें में यह जंक्शन देश के बड़े रेलवे स्टेशनों की तरह नजर आएगा। यहां रेस्तरां से लेकर डोरमैट्री और रिटायरिग रूम तैयार हो रहे हैं।;
हरिभूमि न्यूज. कुरुक्षेत्र
कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाए जाने के लिए कार्य जोरों पर चल रहा है। स्टेशन पर नई बिल्डिंंग महाभारत थीम पर तैयार की जा रही है। कुछ ही महीनों में कुरुक्षेत्र जंक्शन देश के बड़े रेलवे स्टेशनों की तरह नजर आएगा। जंक्शन पर रेस्तरां से लेकर डोरमैट्री और रिटायरिग रूम तैयार हो रहे हैं। यानी रेस्तरां में खाने-पीने से लेकर ठहरने तक की सारी व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर ही यात्रियों को उपलब्ध होगी। स्टेशन पर नई इमारत का निर्माण कार्य तेज हो गया है।
धर्मनगरी के चलते कुरुक्षेत्र जंक्शन को बड़ा स्वरूप दिया जा रहा है। बतां दे कि रेलवे स्टेशन के नये प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य का शिलान्यास वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया था। मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र जंक्शन को महाभारत कालीन लुक में निर्मित करने के लिए करीब 25 करोड़ रुपये की घोषणा की थी। कोरोना के चलते अभी फिलहाल कुरुक्षेत्र जंक्शन पर कम ही रेलगाड़ियों का ठहराव है जिस कारण यात्री भी कम हुए हैं। कोरोना से पहले स्टेशन पर रोजाना चार से पांच हजार यात्री अपने निर्धारित गंतव्य की ओर रवाना होते थे। धर्मनगरी होने के चलते हर माह अमावस्या, हर साल आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव और सूर्य ग्रहण मेलों पर लाखों पर्यटक व श्रद्धालु आते हैं। इसलिए कुरुक्षेत्र जंक्शन को गीता नगरी की थीम पर आधारित बनाया जा रहा है। जंक्शन पर अलग-अलग जगह 18 एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, जिसमें यात्रियों को ट्रेनों के आवागमन की सारी जानकारी इन स्क्रीन पर नजर आएंगी।
महाभारत की थीम पर स्थापित होगा मिनी पैनोरमा
रेलवे स्टेशन परिसर में वीआईपी लॉंज के साथ ही एक विशेष तौर पर मिनी पैनोरमा स्थापित किया जाएगा, जिसमें महाभारत कालीन दृश्यों की तर्ज पर दृश्य दिखाई देंगे और कुरुक्षेत्र पैनोरमा की तर्ज पर ही बनाया जाएगा।
श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ की मूर्ति बनी आकर्षण का केंद्र
तीन मंजिला बनाए जाने वाले भवन के सेंटर पोर्च पर 11 फुट लंबा व इतना ही ऊंचा श्रीकृष्ण अर्जुन रथ स्थापित किया गया है जोकि बेहद ही आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह रथ फाइबर से तैयार किया है। इस रथ को अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है।