लैब संचालकोंं को 24 घंटे के अंदर देनी होगी कोविड-19 मरीजों की सूचना

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि एसजीटी के अस्पताल में चिकित्सक एवं पैरा-मेडिकल स्टाफ पहले से उपलब्ध हैं लेकिन ऑक्सीजन की आपूर्ति न होने के कारण इसे शुरू नहीं किया जा सका है।;

Update: 2021-04-29 15:14 GMT

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रदेश में कार्यरत सरकारी और निजी लैब कोविड-19 की रिपोर्ट 24 घन्टे में अवश्य दें ताकि मरीजों को समय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके अलावा, एसजीटी गुरुग्राम में 400 बैड के अस्पताल को भी जल्द से जल्द शुरू करवाया जाए।

स्वास्थ्य मंत्री एग्जीक्यूटिव कमेटी और क्राइसिस को-आर्डिनेशन कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। विज ने कहा कि एसजीटी के अस्पताल में चिकित्सक एवं पैरा-मेडिकल स्टाफ पहले से उपलब्ध हैं लेकिन ऑक्सीजन की आपूर्ति न होने के कारण इसे शुरू नहीं किया जा सका है। इस अस्पताल के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करके इसे शीघ्र चालू करवाया जाए। इसके अलावा, रेमडेसिविर के विकल्प के तौर पर टोसिलुइमाब दवा के इस्तेमाल पर विचार किया जाए ताकि लोगों को आसानी से दवा मिल सके और उनका फोकस एक ही दवा पर न रहे।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए हिसार व पानीपत में संचालित किए जाने वाले अस्पतालों के लिए प्रदेश के ईएसआई अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में कार्यरत चिकित्सों व पैरा-मेडिकल स्टाफ की सेवाएं ली जाएं। इसके अलावा, संकट की इस घड़ी में आईएमए की सेवाएं लेने पर भी विचार किया जाए। इसके लिए सरकार की ओर से उन्हें मानदेय और बीमा सुरक्षा भी मुहैया करवाई जा सकती है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कई निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों को रखा जा रहा है, लेकिन उन्होंने इसके लिए सरकार के पास अपना पंजीकरण नहीं करवाया है। परन्तु वे सरकार से ऑक्सीजन मांग रहे हैं। ऐसे में सरकार के पास इन अस्पतालों में दाखिल कोरोना संक्रमित मरीजों की जानकारी न होने के चलते उन्हें ऑक्सीजन देने में दिक्कत आ रही है। इसलिए निजी अस्पताल संचालक जिला प्रशासन के पास अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं। उन्होंने कहा कि कोविड के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए धारा-144 व रात्रि कफ्र्यू को सख्ती से लागू किया जाए और पार्क, जिम, बार जैसे सार्वजनिक स्थानों को बंद करवाया जाए।


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