Tomato Price Hike : नींबू ने दी राहत तो टमाटर ने बढ़ा दी आफत, हर दिन बढ़ रहे भाव

बढ़ा भी क्या, दोगुणा ही हो गया है। टमाटर हालांकि हर सब्जी के तड़के के लिये जरूरी है, इसीलिये लोग मजबूरी में खरीद भी रहे हैं। टमाटर की वजह से ही सब्जियों का स्वाद थोड़ा बिगड़ा हुआ है, अन्यथा अन्य सभी सब्जियों के दाम कम हो गए हैं।;

Update: 2022-05-29 06:11 GMT

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

वैसे तो महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से सोनीपत सब्जी मंडी में सब्जियों के दामों में गिरावट देखने को मिली है। जिसकी वजह से रसोई में सुगंध और खाने में स्वाद थोड़ा बढ़ गया है। अब तक अंगूर खट्टे हैं की कहावत को चरितार्थ करते हुए नींबू जहां आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहा था, वो भी लगभग तीन गुणा कम दाम पर आ गया है। इसके अलावा सब्जियों में सिर्फ एक टमाटर ही ऐसा है, जिसका दाम पिछले कुछ दिनों में बढ़ा है। बढ़ा भी क्या, दोगुणा ही हो गया है। टमाटर हालांकि हर सब्जी के तड़के के लिये जरूरी है, इसीलिये लोग मजबूरी में खरीद भी रहे हैं। टमाटर की वजह से ही सब्जियों का स्वाद थोड़ा बिगड़ा हुआ है, अन्यथा अन्य सभी सब्जियों के दाम कम हो गए हैं। दूसरी ओर फलों की बात करें तो फलों के दाम भी पहले से कम ही हुए हैं। सिर्फ आम, सेब और आडू को छोड़ दें तो बाकि फलों के दामों में कमी दर्ज की गई है।

साउथ जा रहा है हमारा टमाटर, इसीलिये बढ़ गए भाव

जिले में टमाटर एक ऐसी सब्जी है, जिसके दामों में दोगुनी तेजी आई है। 15 दिन पहले तक जहां टमाटर के दाम 25 रुपये किलो थे, वहीं इसके भाव अब बढ़कर 50 रुपये किलो हो गए हैं। सबसे बड़ी वजह साउथ में फसल ना होना है। पहले तो साउथ में मौसम की मार थी, जिसकी वजह से टमाटर की फसल सही नहीं हुई। बची हुई कसर बारिश ने निकाल दी, जिसकी वजह से टमाटर की जो फसल ठीक-ठाक थी, वो भी खराब हो गई। इसी वजह से हरियाणा-पंजाब का टमाटर दक्षिणी राज्यों में भेजा जा रहा है। दक्षिणी राज्यों में टमाटर की डिमांड भी ज्यादा है और भाव भी। इसीलिये अधिकतर किसान साउथ का ही रूख कर रहे हैं। टमाटर के साउथ जाने की वजह से यहां सप्लाई कम हो गई है, इसी वजह से दाम भी बढ़ रहे हैं।

क्या कहते हैं विक्रेता

सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाकर फलों की बिक्री करने वाले मनोज ने बताया कि फलों के दाम में पहले से कमी हुई है। क्योंकि हरियाणा में पैदावार होने वाले फलों की सप्लाई शुरू हो गई है। सेब, आडू, आम जैसे फलों में तेजी आई है। क्योंकि इन फलों का सीजन की वजह से दाम तय होता है। दूसरी ओर फल विक्रेता राजा ने बताया कि तरबूज के दाम आधे हो गए हैं, क्योंकि यमुना किनारे से आने वाला तरबूज मार्केट में आ रहा है। लिची के दामों में भी कमी आई है और लीची बढ़िया क्वालिटी की भी आ रही है।

मंडी में लोकल सब्जी आनी शुरू हो गई है, इसी वजह से दाम कम हुए हैं। हमारा टमाटर साउथ ज्यादातर साउथ जा रहा है, लोकल में सप्लाई कम हो गई है। इस कारण टमाटर के रेट बढ़ रहे हैं। फलों में भी दाम कम हुए, बस उन फलों के दाम बढ़ रहे हैं, जिनकी हरियाणा-पंजाब में कम पैदावार होती है। - ललित खत्री, प्रधान, सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन, सोनीपत

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