बिजली बिल ठीक करने की एवज में 50 हजार की रिश्वत लेता लाइनमैन गिरफ्तार, पानीपत विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा

आरोपी लाइनमैन सुमेर पर आरोप है कि उसने ओमैक्स सिटी के बिल को ठीक करने के नाम पर 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। बाद में आरोपी का 18 लाख रुपये में सौदा हुआ था।;

Update: 2022-07-22 11:42 GMT

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

मुरथल सब डिवीजन में तैनात बिजली निगम के लाइनमैन को पानीपत विजिलेंस की टीम ने 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ काबू किया है। आरोपी लाइनमैन सुमेर पर आरोप है कि उसने ओमैक्स सिटी के बिल को ठीक करने के नाम पर 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। बाद में आरोपी का 18 लाख रुपये में सौदा हुआ था। वह 50 हजार लेने बहालगढ़ रोड हुडा पार्क पर आया तो रंगे हाथ पकड़ा गया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

पानीपत विजिलेंस प्रभारी इंस्पेक्टर सुमित ने बताया कि ओमैक्स सिटी रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी ने उन्हें शिकायत दी थी कि उनके बिजली बिल में गड़बड़ी थी। उन्हें पता लगा था कि उनका बिल कमर्शियल आधार पर आ रहा है, जबकि यह आवासीय सिटी है। उनका क्षेत्र बिजली निगम की मुरथल सब डिवीजन में पड़ता हैं। बिजली बिल ठीक करवाने के लिए वह काफी दिनों से चक्कर लगा रहे थे। बिजली बिल ठीक कराने को उनकी मुलाकात लाइनमैन सुमेर से हुई थी। उसने बिल ठीक करवाने के नाम पर 20 लाख रुपये की मांग की थी।

बाद में 18 लाख में सौदा हुआ था। उन्होंने मामले को लेकर टोल फ्री नंबर पर शिकायत की थी। साथ ही कहा था कि इसके लिए सोनीपत के बाहर की टीम बनाई जाए। जिस पर पानीपत विजिलेंस की टीम को कार्रवाई का जिम्मा सौंपा था। इंस्पेक्टर सुमित के नेतृत्व में अंजीत, जसबीर, संजय की टीम बनाई गई। इसके साथ ही डीसी सोनीपत ने जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन हरभजन सिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाया था। टीम ने 50 हजार की नकदी शिकायतकर्ता को दी थी। बिजली कर्मी ने शिकायतकर्ता को हुडा पार्क बहालगढ़ रोड पर बुलाया। जहां शिकायतकर्ता ने लाइनमैन सुमेर को 50 हजार रुपये देकर टीम को इशारा कर दिया। आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है।

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