कार्यालय पर ताला मिला ताला तो मेज पर बैठ इंतजार करती रहीं एमएस, जानिये पूरा मामला
एमएस ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने पहले तो उनकी शक्तियों को छीन लिया और अब उनसे उनकी सीट भी छीनने में लगा है। उन्हें यह सीट सरकार द्वारा उनकी योग्यता को देखते हुए दी गई है।;
हरिभूमि न्यूज. झज्जर
सोमवार सुबह अपने कार्यालय में पहुंची एमएस उस समय सकते में आ गईं जब उन्होंने अपने कार्यालय पर ताला जड़ा दिखाई दिया। ताला जड़ा होने के चलते एमएस अरूणा सांगवान अस्पताल परिसर में रखी मेज-कुर्सी पर बैठ कर आलाधिकारियों को पूरे मामले से अवगत करवाती दिखाई दीं। खास बात यह रही कि वे बार-बार अपने अधिकारियों को फोन करने की कोशिश करती रहीं लेकिन फोन पर बात नहीं हो पा रही थी। एमएस ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा पहले तो उनकी शक्तियों को छीन लिया और अब उनसे उनके बैठने की सीट भी छीनने में लगा है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह सीट सरकार द्वारा उनकी योग्यता को देखते हुए दी गई है।यदि अस्पताल को प्रबंधन को किसी प्रकार की परेशानी है तो वह बातचीत के माध्यम से मामले का समाधान कर सकता है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया।
सीसीटीवी कैमरों के साथ छेड़खानी के आरोप
इस मामले में जब दूसरे पक्ष के एमएस चंद्र भान से संपर्क साधा गया तो उन्होंने कहा कि एक मामले में उनकी जांच लंबित है। उन पर सीसीटीवी कैमरों के साथ छेड़खानी के आरोप लगे हैं। रिकार्डिंग के साथ छेड़खानी की जा रही है, इस बात की जांच चल रही है। शेष साक्ष्यों के साथ कोई किसी प्रकार की छेड़खानी न हों इसलिए सुरक्षा के लिहाज से उनके कक्ष पर ताला लगाया है। जबकि दूसरे कमरे में उनके बैठने का प्रबंध करने के लिए एक कर्मचारी की ड्यूटी भी लगाई। डॉक्टर चंद्रभान ने एमएस अरूणा सांगवान पर बाहरी लोगों को बुलाने का आरोप भी लगाया और इस मामले में अपनी सुरक्षा के चलते पुलिस में शिकायत देने की बात भी कही।