सोनीपत में पहलवानों के समर्थन में महापंचायत, बड़ा फैसला लेने के संकेत.. अब खिलाड़ियों की पंचायत होगी

महापंचायत में पूर्व गर्वनर सत्यपाल मलिक, जयंत चौधरी और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर, पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फौगाट के भी शामिल हैं।;

Update: 2023-06-04 10:44 GMT

सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोनीपत जिले के मुंडलाना गांव में पहलवानों के समर्थन में महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, आरएलडी के अध्यक्ष जयंत चौधरी, भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर, भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम समेत कई संगठनों के नेता और कई विधायक पहुंचे। महापंचायत में साक्षी मलिक, विनेश फौगाट और संगीता फौगाट नहीं पहुंची।

यह महापंचायत भारतीय किसान यूनियन गुरनाम सिंह चढ़ूनी की तरफ से आयोजित की गई थी। इस महापंचायत को सम्मान समारोह नाम दिया गया है। महापंचायत में किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बड़ा फैसला लेने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा  पहलवान जो भी चाहेंगे, उनकी इच्छा के अनुसार ही निर्णय यहां लिया जाएगा।

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि भाजपा ने पिछला लोकसभा चुनाव पुलवामा हमले में शहीदों की लाश पर जीता था। इस हमले को पाकिस्तान की तरफ मोड़ दिया गया था। आज तक उस हमले की जांच नहीं हुई है। जब यह हमला हुआ था तब उनको कहा गया था वे चुप रहें। आगामी चुनाव में पुलवामा हमले को याद दिलाकर भाजपा को भस्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में हुए आंदोलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों से माफी मांगी थी और कानून वापस लिए थे। अगर हम खिलाड़ियों का आंदोलन भी उसी तरह से लड़ेंगे तो इस बार भी माफी मांगनी पड़ेगी। मलिक ने कहा कि लोग बेटियों की बेइज्जती का बदला लेंगे और 2024 के चुनाव में भाजपा की दुर्गति होगी।

जातियां ढूंढी जा रही : जयंत चौधरी

आरएलडी के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि अब महिला खिलाड़ियों को न्याय मांगने के लिए आगे आना पड़ा तो उनकी जातियां ढूंढी जा रही हैं लेकिन पहले ऐसा नहीं होता था। चौधरी ने ओडिशा में रेल हादसे को लेकर कहा कि 20 साल में यह सबसे बड़ा हादसा है। महापंचायत में पहुंचे लोगों ने रेल हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।

 सरकार ने बेटियों को बेइज्जत किया : चंद्रशेखर

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार ने बेटियों को बेइज्जत किया है और उनको न्याय नहीं दिया जा रहा है। खिलाड़ियों के साथ मजदूर, किसान और कमरे वर्ग की लड़ाई लड़ी जाएगी। भारतीय किसान यूनियन चढूनी के अध्यक्ष गुरनाम सिंह ने खिलाडिय़ों को न्याय दिलाने के लिए कोई भी कुर्बानी देनी से पीछे नहीं हटा जाएगा। पंचायत में कुछ लोग पोस्टर लहराकर खिलाडिय़ों के लिए न्याय की मांग भी कर रहे थे।

 जब तक हम अलग-अलग रहेंगे तो जीत नहीं पाएंगे : बजरंग पूनिया

महापंचायत में पहलवान बजरंग पूनिया के आग्रह पर कोई फैसला नहीं लिया गया। अब खिलाड़ी जल्द एक पंचायत बुलाएंगे। उस पंचायत में खापों ओर संगठनों को बुलाकर आंदोलन को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। पंचायत में कहां होगी इसके बारे में तीन-चार दिन में बताया जाएगा। पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि खापें और संगठन अब तक अलग-अलग पंचायतें कर रहे हैं। जब तक हम अलग-अलग रहेंगे तो जीत नहीं पाएंगे। इसके लिए खिलाड़ी एक पंचायत बुलाएंगी। उसमें सभी खापों और संगठनों को बुलाकर उनकी सहमति पर आंदोलन के लिए फैसला लिया जाएगा। उन्होंने अपील की कि जब तक खिलाड़ी कुछ न कहें तब तक कोई फैसला न लिया जाए। पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि 28 मई को दिल्ली और उसके बाद हरिद्वार में जो हुआ उसके बाद साक्षी मलिक और विनेश फौगाट टूट चुकी हैं और उनमें हिम्मत नहीं बची है।

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