Mahendragarh : नांगल चौधरी को मिला उपमंडल का दर्जा, नारनौल के नजदीक 16 गांव भी शामिल

  • महेंद्रगढ़ जिले में अब उपमंडलों की संख्या बढ़कर हुई 6, नारनौल सब डिवीजन के गांवों को काटकर बनाया गया नया सब डिवीजन
  • 101 गांवों का गठजोड़ कर बनाया गया नांगल चौधरी सब डिवीजन, नारनौल ब्लॉक के 16 गांव भी किए शामिल
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Update: 2023-12-13 07:04 GMT

Mahendragarh :  नांगल चौधरी तहसील को उपमंडल का दर्जा दिया गया है। उपमंडल का दर्जा मिलने से नांगल चौधरी क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा तथा उन्हें प्रशासनिक कायार्ें के लिए नारनौल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। नांगल चौधरी को उपमंडल का दर्जा देने की प्रक्रिया काफी दिनों से चली हुई थी। अब शीघ्र ही यहां एसडीएम बैठने लगेंगे और जिन कामों के लिए नांगल चौधरी तहसील के लोगों को नारनौल एसडीएम के पास जाना पड़ता था, अब वह काम नांगल चौधरी में ही पूरे हो सकेंगे। ऐसा होने से लोगों को राहत मिलेगी तथा उनके समय एवं धन की बचत हो सकेगी।

दूसरी तरफ नारनौल के नजदीकी गांवों को भी नांगल चौधरी से जोड़ दिया है। ऐसे में अब उन्हें महज तीन से चार किलोमीटर दूर नारनौल को छोड़ 25 किलोमीटर दूर नांगल चौधरी जाना होगा। उल्लेखनीय है कि जिला महेंद्रगढ़ में अब उपमंडलों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। इससे पहले तीन उपमंडल थे, जिनमें नारनौल, महेंद्रगढ़ एवं कनीना शामिल थे। नारनौल उपमंडल के गांवों को तोड़कर यह नया उपमंडल बनाया गया है। नांगल चौधरी उपमंडल में 101 गांव शामिल किए गए हैं। पहले यह गांव नारनौल उपमंडल के अधीन आते थे। नांगल चौधरी उपमंडल में जो गांव आते हैं, उनमें नांगल चौधरी, लूजोता, मोमनपुर (मोहनपुर), कालबा, सिरोही बहाली, अकबरपुर सिरोही, चैकमलिकपुर, भुंगारका, शिमली इस्माइलपुर, गंडवा (नेहरू नगर), आकोली, मूलोदी, ईकबालपुर नंगली शामिल है।

इसके साथ ही गांव भोजावास, बीड शिमली, श्योरामनाथपुरा, नांगल कालिया, छापड़ा बीबीपुर, नांगल पीपा, तोताहेड़ी, नायन, नांगल सोडा, बामणवास खेता, मोरूंड, नियामतपुर, गोठड़ी, आसरावास, बूढ़वाल, रायमलिकपुर, अमरपुरा, नांगल नूनिया, उदयपुर कटारिया, बनिहाड़ी, दताल, नौलायजा, निजामपुर, पवेरा, छिलरो, नांपला, आजमाबाद मौखूता, बामणवास नूं, नारेहड़ी, पांचनौता, रोपड़ सराय, नियाजलीपुर, गांवड़ी जाट, गांगूताना, गोलवा, बांयल, नांगल दर्गू, मौसनूता, बखरीजा, बिगोपुर, धौलेड़ा, इस्लामपुरा, सरेली, कमानियां, खातौली अहीर, खातौली जाट, दोंगली, ख्वाजपुर नांगलिया, बेरूंडला, मेघोत हालां, मेघोत बिंजा, जैनपुर मौसमपुर, बिहारीपुर, दौखेरा, दोस्तपुर, भेडंटी, सैदअलीपुर, बसीरपुर, मुकंदपुरा, टहला, मारोली, कारोली, घाटासेर, तलोट, रामबास, दनचौली, धानौता एवं हसनपुर शामिल हैं। यह सभी गांव नांगल चौधरी विधानसभा के अंतर्गत ही आते हैं।

नारनौल ब्लॉक के 16 गांव भी नांगल चौधरी में शामिल

नांगल चौधरी उपमंडल में नारनौल खंड के वह 16 गांव भी शामिल कर दिए गए हैं, जो सिंघाना रोड पर पड़ते हैं और इनका आवागमन नांगल चौधरी की बजाए नारनौल में रहता है। क्योंकि इन 16 गांवों का ब्लॉक एवं उपमंडल नारनौल था, जो अब नांगल चौधरी कर दिया गया है। यानि इन 16 गांवों के लोगों को उपमंडल स्तरीय आवश्यक कायार्ें के लिए अब नांगल चौधरी जाना पड़ेगा। इन 16 गांवों में बदोपुर, बलाहा कलां, बलाहा खुर्द, भांखरी, दौचाना, गहली, गोद, हमीदपुर, जादूपुर, खटोटी कलां, खटोटी खुर्द, कोरियावास, कुलताजपुर, मकसूसपुर, रघुनाथपुरा एवं थाना शामिल हैं। यह सभी गांव सिंघाना रोड पर बसे हुए हैं और अब तक नारनौल उपमंडल से जुड़े थे।

ब्लॉक में आबादी की स्थिति

नांगल चौधरी के उपरोक्त 85 गांवों का रकबा 36774 हेक्टेयर है, जबकि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार आबादी 170513 थी। इसी प्रकार नारनौल ब्लॉक के 16 गांवों की आबादी 35219 है, जो उपमंडल की कुल आबादी 205732 बनती है।

पीपीपी के अनुसार घट रही आबादी

परिवार पहचान पत्रों में दशाई गई आबादी के अनुसार जनसंख्या बढ़ने की बजाए घट रही है। पीपीपी के अनुसार वर्तमान में उपरोक्त 85 गांवों की आबादी 155725 है, जबकि नारनौल ब्लॉक के 16 गांवों की आबादी 31941 है, जो कुल आबादी 187666 बनती है। यानि जनगणना 2011 की तुलना में पीपीपी के अनुसार 18066 आबादी घटी है, न कि बढ़ी है। यानि अब बच्चे पैदा कम करने के चलते जनसंख्या में निरंतर गिरावट आती जा रही है। इस गिरावट में कुछ अंश योगदान मृत्यु दर का भी माना जा सकता है।

अटेली को अब भी इंतजार

बेशक से नांगल चौधरी (वर्ष 2006-07) विधानसभा अटेली के बाद बनी हो, लेकिन उपमंडल का दर्जा प्राप्त करने में नांगल चौधरी अग्रणी रहा। अटेली के लोग अब भी उपमंडल का दर्जा पाने को तरसते हैं। गत 16 फरवरी 2020 को जब प्रदेश के सीएम मनोहर लाल ने दौंगड़ा अहीर में रैली की थी, तब भी उनके सामने यह मांग पुरजोर तरीके से की गई थी, लेकिन अब तक मांग सिरे नहीं चढ़ पाई है। अब जब नांगल चौधरी को उपमंडल का दर्जा दिया गया है, तब वहां के लोगों को जरूर मलाल हो रहा होगा। विधायक सीताराम यादव स्वयं अटेली को उपमंडल का दर्जा दिलाने को प्रयासरत हैं। विपक्ष का दबाव भी इस मांग पर बना हुआ है।

डीसी ने किया इनकार

नांगल चौधरी को उपमंडल का दर्जा देने संबंधी पुष्टि के लिए जब उपायुक्त मोनिका गुप्ता से संपर्क किया गया तो उन्होंने इससे इनकार किया। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से इस तरह की जब कोई अप्रूव्ल होती है तो ऑफिसियल कम्यूनिकेशन होता है। हमारे पास ऐसी कोई इन्फोरमेशन नहीं है। जब नया सब डिवीजन बनाया जाता है तो उसकी सरकार की ओर से अप्रूवल होती है तथा सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन होती है। ऐसी कोई नोटिफिकेशन हमारे पास नहीं आई है।

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