यमुनानगर में बड़ा हादसा होने से बचा : सामान्य अस्पताल के निक्कू वार्ड में लगी आग, भर्ती थे 9 बच्चे, बाल-बाल बचे
मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी बुलाई गई। जिनमें से 5 बच्चों को जगाधरी के नागरिक अस्पताल में भेजा गया है और 4 बच्चों की छुट्टी कर दी गई है।;
हरिभूमि न्यूज.यमुनानगर। हरियाणा के यमुनानगर के सिविल अस्पताल स्थित निक्कू वार्ड में शनिवार को एक बड़ी घटना होते-होते टल गई। शनिवार को सिविल अस्पताल के निक्कू वार्ड में सुबह के वक्त अचानक शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग लगने से अस्पताल के वार्ड में दाखिल 9 बच्चे जिंदा झुलसने से बाल-बाल बच गए। अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने वार्ड के शीशे तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला। आग से वार्ड में रखा सारा सामान व रिकॉर्ड जलकर राख हो गया। दमकल विभाग की एक गाड़ी ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। वार्ड में भर्ती बच्चों को जगाधरी के निक्कू वार्ड व ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। सभी बच्चे सुरक्षित हैं।
जानकारी के मुताबिक शहर के सिविल अस्पताल में समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों के लिए निक्कू वार्ड बनाया गया है इस वार्ड में नवजात बच्चों को शीशे में रखा जाता है शनिवार को अस्पताल के निक्कू वार्ड में नौ नवजात बच्चों को शीशे में रखा गया था।सुबह करीब साढ़े सात बजे निक्कू वार्ड में लगे एसी में शार्ट सर्किट हुआ। जिस कारण वार्ड में आग लग गई और सारा रिकॉर्ड जल गया। देखते ही देखते आग दूसरी जगह भी फैल गई। आग की लपटें उठते देख वार्ड में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने शोर मचा दिया। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने वार्ड के शीशे तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला और आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी। दमकल विभाग की एक गाड़ी ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। निक्कू वार्ड में ड्यूटी पर तैनात कल्पना शर्मा ने बताया कि एसी में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी। सभी बच्चे सुरक्षित हैं। स्टाफ ने हिम्मत दिखाते हुए बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. मंजीत सिंह ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। फिलहाल यह पता लगा है कि शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी है। सभी बच्चे सकुशल है। सभी बच्चों को जगाधरी सिविल अस्पताल के निक्कू वार्ड में ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया है।